बिहार में चल रही सियासी घमासान के बीच माना जा रहा है कि जदयू और राजद की राहें अब अलग होने जा रही हैं. इसी बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. जदयू की तरफ से राजद पर आरोप लगाना शुरू कर दिया गया है. प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को कहा है कि राजद का शीर्ष नेतृत्व बेचैन है क्योंकि बिहार में हुई दो लाख 15 हजार शिक्षकों की भर्ती में इन्हें नौकरी के बदले जमीन लिखवाने का मौका नहीं मिला.
राजद की बेचैनी का कारण साफ : जदयू प्रवक्ता
नीरज कुमार ने कहा कि राजद की बेचैनी का कारण साफ है. इन लोगों की आदत में नौकरी के बदले जमीन लेना शुमार रहा है. नीरज कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो लाख 15 हजार शिक्षकों की बहाली तय सीमा में हुई. इस बहाली के पदस्थापन और नौकरी देने में राजद वालों की नहीं चल पाई. उन्हें जमीन के बदले नौकरी वाला घोटाला करने का मौका नहीं मिला. इसलिए राजद के नेताओं में बेचैनी है.
राजद नेताओं के हाथ कुछ नहीं लगा : नीरज कुमार
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में राजद नेताओं के हाथ कुछ नहीं लगा. ऐसे में स्वाभाविक है कि राजद नेता अनर्गल बाते कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अनर्गल प्रलाप पर रोक लगाइये वरना इसका अंजाम राजनीति में बेहतर नहीं होगा. इस दौरान उन्होंने कई राजद नेताओं पर हमला भी बोला. उन्होंने कहा कि राजद नेता सिद्धांत विहीन राजनीति कर रहे हैं.
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राजद विधायक दल की बैठक के बाद क्या बोले मनोज झा
वहीं, दूसरी तरफ पौने तीन घंटे तक चली राजद विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि विधायक दल की बैठक में राज्य व देश के सभी समकालीन मुद्दों पर चर्चा हुई. हर पहलु पर गंभीरता पूर्वक विश्लेषण के बाद आज या कल जो भी निर्णय होंगे, इसके लिए हाथ उठाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को अधिकृत किया गया.
हम सरकार गिराने के बा में नहीं सोच सकते : मनोज झा
मनोज झा ने कहा कि जिस सरकार की बुनियाद में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हाथ है, उस सरकार को गिराने के बारे में भी हम कभी सोच भी सकते हैं क्या. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने रोजगार दिया है. अस्पतालों की कायापलट कर दी है. अपने सृजन किये हुए बच्चे की हत्या हम नहीं कर सकते. कहा कि विधायकों नें एकजुट स्वर में कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जो निर्णय लेना चाहे ले लें.