जमशेदपुर के सिदगोड़ा पेट्रोल पंप के पीछे एक जमीन को लेकर चल रहे विवाद के बीच शनिवार को रैयतदार नटवर सिंह के समर्थन में बिरसा सेना के सदस्य खड़े हो गये. पारंपरिक हथियार के साथ महिला-पुरुष मौके पर पहुंचे और दूसरे पक्ष के कुछ लोगों को खदेड़ दिया. जमीन की दीवार पर नटवर सिंह के समर्थन में वंशावली लिखी. सूचना मिलने पर सिदगोड़ा थाना पुलिस पहुंची. बिरसा सेना के पदाधिकारियों ने पुलिस को लौटा दिया. बिरसा सेना के केंद्रीय अध्यक्ष दिनकर कच्छप ने आरोप लगाया कि झामुमो नेता राज लकड़ा और विक्टर सोरेन रैयतदार के परिवार को धोखा देकर जमीन की बाउंड्री कराकर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं.
नटवर सिंह भूमिज ने बताया कि राज लकड़ा और विक्टर सोरेन ने बोरिंग कराने के नाम पर अंग्रेजी में लिखे पेपर पर हस्ताक्षर कराया था. धोखे से जमीन के कागज पर हस्ताक्षर करा लिया. दिन भर बिरसा सेना के कार्यकर्ता जमीन पर डटे रहे. इसमें दिनकर कच्छप, दीपक भूमिज, विकास हेम्ब्रम, विशाल रविदास, बलराम कर्मकार, देवंती महतो, विजय लक्ष्मी, हेमंत नाग, विशाल बास्के, अजय लोहरा, देवेंदर सिंह, भोला कालिंदी, लखन मुंडा, भक्तारंजन सिंह, अमर भूमिज समेत कई युवक और महिलाएं मौजूद थे.
Also Read: झारखंड : जमशेदपुर के डोबो पुल के नाम को लेकर बिरसा मुंडा व रघुनाथ महतो समर्थक आपस में भिड़े, आज वार्ता
इधर, हंगामा के बीच झामुमो नेता राज लकड़ा अपने समर्थकों के साथ सिदगोड़ा थाना पहुंचे. राज लकड़ा ने नकुल भूमिज और रतन भूमिज को जमीन का हिस्सेदार बताया. राज लकड़ा के अनुसार जमीन के तीन हिस्सेदार नटवर सिंह, नकुल भूमिज और रतन भूमिज हैं. तीनों के बीच जमीन का समझौता होने के बाद बाउंड्री की गयी है. दिनकर कच्छप और नटवर सिंह झूठा आरोप लगा रहे हैं.
Also Read: जमशेदपुर: आवंटित भूखंड से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी टीम, विरोध के कारण बीच में रोकी गयी कार्रवाई