रांची : भाजपा पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने और इडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रताड़ित करने के विरोध में शनिवार को झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जताया. झामुमो कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए मोरहाबादी मैदान से चलकर उपायुक्त आवास, सैनिक चौक, कचहरी चौक होते हुए राजभवन पहुंचे. हालांकि झामुमो कार्यकर्ताओं और नेताओं को राजभवन से पहले ही बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया. राजभवन के बाहर भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी. झामुमो के आक्रोश मार्च में पांच जिलों रांची, लोहरदगा, गुमला, लातेहार व कोडरमा जिलों के झामुमो कार्यकर्ता व नेता शामिल हुए. झामुमो का राजभवन मार्च का कार्यक्रम 31 जनवरी तक जारी रहेगा. प्रत्येक दिन अलग-अलग जिलों के कार्यकर्ता विरोध मार्च में शामिल होंगे. सभा का संचालन करते हुए रांची जिलाध्यक्ष मुश्ताक आलम कहा कि इडी बार-बार समन भेज कर मुख्यमंत्री को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है. विकास में बाधा उत्पन्न कर रही है. सभा को जिला सचिव डॉ हेमलाल कुमार मेहता हेमू, गुमला जिलाध्यक्ष सह विधायक भूषण तिर्की, कोडरमा जिलाध्यक्ष वींरेद्र पांडेय, लातेहार विधायक बैजनाथ राम, लोहरदगा जिलाध्यक्ष मोजम्मिल अहमद, लातेहार जिलाध्यक्ष मोतीलाल शाहदेव, रांची जिला उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा सहित कई लोगों ने संबोधित किया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इडी के 10 वें समन का जवाब नहीं दिया. इडी ने उन्हें 29 या 31 जनवरी में से किसी एक दिन पूछताछ के लिए समय निर्धारित करने को कहा था. सीएम को पूछताछ के लिए दिन और समय बताने के लिए 28 जनवरी तक का समय दिया गया था. हालांकि मुख्यमंत्री की ओर से रविवार को पूछताछ व समय से संबंधित कोई जानकारी इडी को नहीं दी गयी है. इडी ने अपने 10 वें समन में कहा था कि अगर उन्होंने पूछताछ के लिए निर्धारित दोनों दिनों में किसी एक दिन का चुनाव कर इसकी सूचना नहीं दी, तो इडी के अधिकारी खुद ही उनके पास पहुंच जायेंगे. इडी द्वारा बरियातू स्थित जमीन खरीद बिक्री मामले में सीएम से पूछताछ की जानी है. उल्लेखनीय है कि 10 वां समन मिलने के बाद मुख्यमंत्री शनिवार को देर शाम दिल्ली के लिए रवाना हो गये थे. इधर, उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इडी पर मुख्यमंत्री को परेशान करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू कर दिया है.