India Maldives Conflict: भारत के साथ राजनीतिक खींचतान मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के लिए काफी महंगी पड़ती जा रही है. पहले तो भारतीय पर्यटकों ने मालदीव जाना काफी कम कर दिया है. और अब विपक्ष का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में जम्हूरी पार्टी के नेता कासिम इब्राहिम ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मुइज्जू से कहा कि वो भारत के लोगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से औपचारिक रूप से माफी मांगे. न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक जम्हूरी पार्टी के नेता कासिम इब्राहिम ने कहा कि पड़ोसी देश के बारे में हमें इस तरह से बात नहीं करनी चाहिए जो दोनों देशों के रिश्ते को प्रभावित करती हैं. उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के प्रति हमारा दायित्व है जिस पर हमें हर हाल में विचार किया जाना चाहिए.
राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने की तैयारी में विपक्ष
गौरतलब है कि मालदीव का मुख्य विपक्षी दल एमडीपी राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. वहीं उनके मंत्रिमंडल में तीन सदस्यों को लाने के लिए सोमवार को संसद में हुए मत-विभाजन में उन्हें मंजूरी नहीं दी गयी. खबरों में यह दावा किया गया. इससे पहले रविवार को संसद में सरकार समर्थक सांसदों और विपक्षी सांसदों के बीच चीन समर्थक राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के चार सदस्यों की मंजूरी पर मतभेदों को लेकर विवाद हो गया था. मुइज्जू ने पिछले साल सितंबर में राष्ट्रपति चुनाव में भारत से अच्छे संबंध रखने वाले निवर्तमान राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हरा दिया था.
सन डॉट कॉम ने एमडीपी के एक सांसद के हवाले से कहा कि एमडीपी ने डेमोक्रेट के साथ साझेदारी में महाभियोग प्रस्ताव के लिए पर्याप्त संख्या में हस्ताक्षर करा लिए हैं. हालांकि, उन्होंने अभी इसे जमा नहीं किया है. द एडिशन डॉट एमवी की खबर के अनुसार एमडीपी के संसदीय समूह की सोमवार को हुई बैठक में महाभियोग प्रस्ताव को जमा करने का फैसला सर्वसम्मति से किया गया. द सन डॉट कॉम ने लिखा है कि संसद के स्थायी आदेशों के साथ संविधान में कहा गया है कि राष्ट्रपति पर 56 वोट के साथ महाभियोग चलाया जा सकता है. संसद ने हाल में अपने स्थायी आदेशों में संशोधन किया था ताकि महाभियोग प्रस्ताव पेश करने की प्रक्रिया को आसान किया जा सके. बतै दें, मालदीव की संसद में कुल 80 सदस्य हैं. मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के 45 सदस्य हैं और इसकी सहयोगी ‘द डेमोक्रेट्स’ के 13 सदस्य हैं. पीपीएम-पीएनसी के सत्तारूढ़ गठबंधन में प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव्स के दो वहीं पीपल्स नेशनल कांग्रेस के 13 सदस्य हैं.
भारत से क्यों छिड़ा है राजनीतिक विवाद
बीते कुछ दिनों से भारत और मालदीव के बीच राजनीतिक लड़ाई जारी है. दरअसल कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने लक्षद्वीप गये थे. इस दौरान उन्होंने स्नॉर्कलिंग किया था. साथ ही पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप की कई सुंदर तस्वीरों को शेयर भी किया था. इधर पीएम मोदी के पोस्ट पर मालदीव सरकार के कुछ मंत्रियों ने तंस कस दिया और पीएम मोदी और भारत के खिलाफ अपमानजनक बातें कही. इस घटना के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में काफी कड़वाहट आ गई. भाषा इनपुट के साथ