पटना. देश में मजदूर और मजदूरी को लेकर बड़ी-बड़ी बहसें होती रहती हैं. लेकिन मजदूरों को मजदूरी देने के मामले में गुजरात जैसे राज्यों का भी हाथ तंग है. प्रति व्यक्ति आय में गुजरात भले ही बिहार से कई गुना अधिक है, लेकिन कृषि और निर्माण कार्य मजदूरी बिहार में गुजरात से अधिक है. गुजरात के लोगों का प्रति व्यक्ति आय 241930 रुपये हैं. इन दोनों सेक्टर में मजदूरी की दरें क्रमश: 323.2 रुपये और 241.9 रुपये ही हैं. वहीं, बिहार में प्रति व्यक्ति आय 54111 रुपये और मजदूरी 342.80 रुपये और 308.70 रुपये है. इस बात का खुलासा आरबीआइ के राज्यों की वित्तीय स्थिति को लेकर जारी लेटेस्ट रिपोर्ट में हुआ है.
केरल में सर्वाधिक मजूदरी
देश में केरल में सबसे अधिक मजदूरी दी जाती है. वहीं प्रति मजदूर प्रतिदिन 852.60 रुपये दिहाड़ी दी जाती है. जबकि केरल की तुलना में बाकी सभी राज्यों में कम मजदूरी दी जाती है. मजदूरी के मामले में जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडु क्रमशः दूसरे और तीसरे नंबर हैं. तब भी यहां केरल के मुकाबले मजदूरी में बड़ा अंतर है. केरल की तुलना में यहां लगभग आधी ही मजदूरी मिलती है. जम्मू-कश्मीर में मजदूरी 534.50 रुपये है. तमिलनाडु में प्रति दिन मजदूरी 500.9 रुपये प्रति व्यक्ति है.
मध्यप्रदेश में दिहाड़ी का हाल सबसे बुरा
सबसे कम मजदूरी मध्यप्रदेश में हिंदीभाषी राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश में उत्तर प्रदेश और बिहार की स्थिति मध्य प्रदेश से बेहतर है. यूपी और बिहार में मजदूरी क्रमश: 352.80 रुपये और 342.80 रुपये मिलती है,जबकि मध्य प्रदेश में मजदूरों को प्रतिदिन औसतन 278.7 रुपये ही मजदूरी मिलते हैं. उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश में बात अगर प्रति व्यक्ति सालाना आय की करें तो यहां हर व्यक्ति को क्रमशः 83565, 54111 और 140583 रुपये की आमदनी है.
कृषि और निर्माण कार्य में मजदूरी का टेबल
राज्य निर्माण कार्य कृषि कार्य प्रति व्यक्ति आय, मजदूरी रुपये में मजदूरी रुपये में रुपये
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बिहार 342.80 308.7 54111
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गुजरात 323.2 241.9 241930
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उत्तर प्रदेश 352.80 309.3 83565
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मध्यप्रदेश 278.7 229.2 140583
कृषि क्षेत्र में बढ़ी महिलाओं की भागीदारी
कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है. अब महिलाएं सिर्फ चारदीवारी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि खेत-खलिहानों को फिर से हरा-भरा बनाने के काम में लगी हुई हैं. देश में एक सर्वे के आधार पर श्रम मंत्रालय ने महिला कर्मचारियों पर एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट से पता चला है कि अखिल भारतीय स्तर पर सबसे ज्यादा महिलाएं कृषि क्षेत्र में है. यहां महिला कर्मचारियों की अनुमानित संख्या 63% है, जबकि एनुअल पीरिओडिक लोबर फोर्स सर्वे (पीएलएफएस) रिपोर्ट 2021-22 की मानें तो विनिर्माण उद्योग में महिला श्रमिकों का अनुमानित प्रतिशत वितरण 11.2% है.