नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ लीगल एजुकेशन एसोसिएशन (सीएलईए) और कॉमनवेल्थ अटॉर्नी और सॉलिसिटर जनरल कॉन्फ्रेंस (सीएएसजीसी) 2024 में क्रिप्टोकरेंसी पर बड़ा हमला बोला है. उहोंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के उदय से साइबर खतरों के साथ-साथ कई नई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस सम्मेलन में जांच और न्याय दिए जाने की प्रक्रिया में सहयोग देने का आह्वान भी किया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल और भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ भी मौजूद रहे.
नागरिकों में कानून के भय के बजाय न्याय का भरोसा
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत वर्तमान वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए कानूनों का आधुनिकीकरण भी कर रहा है. अब तीन नए कानूनों ने 100 साल से अधिक पुराने औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों की जगह ले ली है. पहले सजा और दंडात्मक पहलुओं पर ध्यान था, अब ध्यान न्याय को प्रोत्साहित करने पर जोर है. इसलिए नागरिकों में भय के बजाय आश्वासन की भावना है.
बदलते परिवेश में कानूनी शिक्षा में बदलाव की जरूरत
उन्होंने कहा कि कानूनी शिक्षा को भी बदलते समय और प्रौद्योगिकियों के अनुरूप ढलने की जरूरत है. हमारा ध्यान अपराध के नए रूपों को समझने पर है. हमें बड़े अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर के साथ युवा कानूनी पेशेवरों की मदद करने की जरूरत है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कभी-कभी एक देश में न्याय सुनिश्चित करने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने की आवश्यकता होती है. जब हम सहयोग करते हैं, तो हम एक-दूसरे के सिस्टम को बेहतर ढंग से समझते हैं. बेहतर समझ बेहतर तालमेल लाती है और बेहतर तालमेल तेजी से न्याय प्रदान करता है.
अफ्रीका को मदद करेगा भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप अतुल्य भारत का पूरा अनुभव लें. यहां अफ्रीका से अनेक लोग आए हैं. अफ्रीकी संघ के साथ भारत के विशेष संबंध हैं. हमें गर्व है कि अफ्रीकी संघ भारत की अध्यक्षता के दौरान जी20 का हिस्सा बना. इससे अफ्रीका के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी.
Also Read: बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी को मिलेगा भारत रत्न, पीएम मोदी ने दी जानकारी
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.