JSSC-CGL Paper Leak Case|झारखंड स्टेट सर्विस कमीशन (जेएसएससी) की ओर से आयोजित कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) परीक्षा 2023 का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद जेएसएससी मुख्यालय पर प्रदर्शन करने वाले 4,000 छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसमें 15 लोगों को नामजद किया गया है. झारखंड के छात्र संगठनों के साथ-साथ सूबे के प्रथम मुख्यमंत्री सह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्राथमिकी को अविलंब वापस लेने की मांग की है.
बाबूलाल मरांडी की सरकार से मांग- सीबीआई जांच हो
बाबूलाल मरांडी ने रविवार (4 फरवरी) को सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन जी, जेएसएससी के प्रश्न पत्र लीक का विरोध कर रहे छात्रों पर दर्ज एफआईआर को अविलंब निरस्त करें. साथ ही उन्होंने जेएसएससी के अध्यक्ष नीरज सिन्हा को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि JSSC-CGL परीक्षा के प्रश्न पत्र घोटाले और भ्रष्ट क्रिया-कलापों की सीबीआई जांच कराने की अनुशंसा करें.
15 लोगों को बनाया गया नामजद आरोपी
जेएसएससी-सीजीएल का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो और हजारों अभ्यर्थियों ने नामकुम स्थित जेएसएससी मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था. कथित तौर पर अभ्यर्थियों ने आयोग के अध्यक्ष नीरज सिन्हा की कार पर हमला कर दिया था. इस मामले में देवेंद्र नाथ महतो समेत 15 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. वहीं, 4,000 छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
आंदोलन कर रहे स्टूडेंट्स की ये थी मांग
राजधानी रांची के नामकुम स्थित जेएसएससी मुख्यालय पर 28 जनवरी को हुई परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने एवं 4 फरवरी की परीक्षा को स्थगित करने की मांग की थी. साथ ही पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराने, आयोग के अध्यक्ष नीरज सिन्हा का इस्तीफा, सीजीएल की परीक्षा लेने वाली एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करके नई विश्वसनीय एजेंसी को टेंडर देने की घोषणा करने की मांग की थी. इनकी मांग थी कि नई एजेंसी को टेंडर देकर जल्द से जल्द परीक्षा की घोषणा की जाए.
31 जनवरी को स्टूडेंट्स ने किया था जेएसएससी कार्यालय का घेराव
स्टूडेंट्स का आरोप था कि सीजीएल की परीक्षा लेने वाली एजेंसी ने ही पीजीटी, नगरपालिका, लैब असिस्टेंट टेक्नीशियन की परीक्षा ली हो, तो उन परीक्षाओं की भी सीबीआई जांच होनी चाहिए. स्टूडेंट्स ने चरणबद्ध आंदोलन के तीसरे दिन 31 जनवरी 2024 को जेएसएससी कार्यालय के समक्ष महाघेराव किया था.
Also Read: JSSC CGL के लिए 10 साल से चल रही है प्रक्रिया, पर पूरी नहीं हो पायी परीक्षा
इनको बनाया गया नामजद आरोपी
झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के प्रमुख देवेंद्र नाथ महतो
योगेश चंद्र भारती
मनोज यादव
संजय मेहता
बेबी महतो
महेंद्र प्रसाद
प्रेम नायक
लक्की रामू
चंदन
रवींद्र महतो
विशाल पॉल
सायना प्रवीण
देव महतो
विनय मेहता
महेंद्र प्रसाद महतो
3000-4000 अज्ञात स्टूडेंट्स पर एफआईआर
इन 15 नामजद लोगों समेत 3000 से 4000 स्टूडेंट्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इन सभी लोगों पर झारखंड स्टेट सर्विस कमीशन के अध्यक्ष नीरज सिन्हा से गाली-गलौच करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, मारपीट एवं सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप लगाए गए हैं. इन सभी पर आईपीसी की धारा 147/148/149/353/307/186/188/323/332/504/506/427 के तहत केस दर्ज किया गया है.
रद्द हुई 28 जनवरी की परीक्षा, 4 की परीक्षा स्थगित
ज्ञात हो कि झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के आंदोलन के दौरान ही 31 जनवरी को जेएसएससी-सीजीएल पेपर लीक को स्वीकार करते हुए 28 जनवरी को आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया. साथ ही 4 फरवरी की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया.
देवेंद्र नाथ महतो को सुरक्षा देने की मांग
उधर, झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के योगेश चंद्र भारती और महेंद्र प्रसाद ने कहा है कि आंदोलन के अगुआ देवेंद्र नाथ महतो को पेपर लीक करने वाले गैंग की ओर से जान मारने की धमकी दी जा रही है. यूनियन के इन सदस्यों ने आरोप लगाया है कि जेएसएससी अध्यक्ष नीरज सिन्हा के लोग भी उनको धमकी दे रहे हैं. देवेंद्रनाथ जान बचाने के लिए अज्ञात स्थल पर चले गए हैं. इन्होंने देवेंद्र नाथ को सुरक्षा देने की सरकार से मांग की है.
Also Read: JSSC CGL Exam 2023: परीक्षा से पहले परेशान हुए अभ्यर्थी, आयोग ने कर दी ये बड़ी गड़बड़ी
आयोग के अध्यक्ष पर माफिया को बचाने का आरोप
योगेश और महेंद्र ने बताया कि पेपर लीक में शामिल कोचिंग माफिया और जेएसएससी अध्यक्ष नीरज सिन्हा के करीबी छात्रों के आंदोलन को बदनाम करने के साजिश रच रहे हैं. दिन-रात मेहनत करके पढ़ाई करने और नौकरी के लिए परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स को टारगेट करके उन पर हमला किया जा रहा है. इनका यह भी कहना है कि जेएसएससी के अध्यक्ष ने खुद अपने ऊपर हमला कराकर पेपर लीक कराने वाले माफिया को बचाने और पढ़ने वाले निर्दोष छात्रों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.