रांची : झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा है कि चंपाई सोरेन की सरकार को कोई खतरा नहीं है. वह सरकार के समर्थन में वोट करेंगे. लोबिन विधायक आवास में रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इस मौके पर श्री हेंब्रम ने चंपाई सरकार के सामने कई शर्तें रखी. कहा कि अगर मांगों को लागू नहीं किया गया, तो वह अपनी राह बदल लेंगे. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की शराब नीति का उनकी ओर से विरोध किया गया था. गुरुजी (शिबू सोरेन) ने शराबबंदी का समर्थन किया था, लेकिन सरकार ने इसे शुरू किया. लोबिन ने नयी सरकार से नशाबंदी को लागू करने की मांग की.
पेशा एक्ट लागू करे सरकार : लोबिन ने आगे कहा कि पेशा कानून यहां के लोगों का मूल कवच है. झारखंड शिड्यूल एरिया है, इसलिए यह बना ताकि आदिवासी जमीन बचे. पेसा एक्ट लागू नहीं होने से यह कमजोर पड़ रहा है. सरकार इसकी तत्काल घोषणा करे. उन्होंने कहा कि ग्रामसभा की अनुमति के बिना माइनिंग नहीं हो. सीएनटी-एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू किया जाये. कहा कि उन्होंने इस मामले को सदन में रखा था. हेमंत सोरेन ने कमेटी भी बनायी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. श्री ह्रेंब्रम ने विस्थापन आयोग का गठन करने और स्थानीय नीति लागू करने के साथ आदिवासियों की जमीन से संबंधित मामले की सुनवाई के लिए विशेष न्यायालय के गठन की मांग रखी.
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर पूछे गये सवाल पर श्री हेंब्रम ने कहा कि हेमंत हमारे भतीजे जैसे हैं. हमें भी उनकी गिरफ्तारी पर दुख है. हमने हेमंत को सलाह भी दी थी, लेकिन हमारी बात नहीं मानी गयी. उन्होंने कहा कि सलाहकारों ने हेमंत को फंसाने और बदनाम करने का काम किया है. विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले हैदराबाद ले जाने के सवाल पर कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है. हम यहीं हैं. अपने खेत खलिहान में हैं. बिकने वाला कहीं भी बिक जायेगा. एक सवाल के जवाब में कहा कि वह मंत्री नहीं बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि रविवार को उन्होंने शिबू सोरेन से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना.
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