पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बर्दवान के कांकसा थाना (Kankasa police station) इलाके के बासकोपा औद्योगिक अंचल स्थित लौह कारखाने के बाहर मंगलवार को स्थानीय ग्रामीणों ने तख्तियां लेकर कारखाने से फैलते प्रदूषण के खिलाफ विक्षोभ जताया. प्रदर्शन में गांव की महिलाएं भी शामिल रहीं. उत्तेजना व तनाव बढ़ने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति संभाली. ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त लौह कारखाने से फैलते प्रदूषण से समूचा गांव प्रभावित है. कारखाने के प्रदूषण के कारण ज्यादातर गांव के लोगों में त्वचा रोग, नेत्र रोग, श्वास रोग बढ़ रहे हैं. इस शिकायत को लेकर निवासियों ने निजी स्पंज आयरन फैक्टरी के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
उत्तेजना व तनाव को नियंत्रित करने के लिए कांकसा थाने की पुलिस वहां मौजूद थी. ग्रामीणों के अनुसार, इस निजी स्पंज आयरन फैक्टरी के जहरीले धुएं व राख से समूचे गांव के लोग पीड़ित हो रहे हैं. साथ ही खेतिहर फसल पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है. मछली पालन में दिक्कत आ रही है. यहां तक कि त्वचा रोग, हृदय रोग, आंख और पेट संबंधी समस्याएं भी सामने आ रही हैं. आरोप है कि प्रदूषण के चलते घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है. ग्रामीण धनंजय राय की शिकायत है कि जहां प्रदूषण से ग्रामीण बेहाल हैं, वहीं फैक्टरी में स्थानीय लोगों को काम भी नहीं दिया जा रहा है.
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स्थानीय लोगों की जगह बाहरी लोगों को काम पर रखा जा रहा है. इस बाबत कई दफा फैक्टरी के अधिकारियों से शिकायत की गयी है, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. गत वर्ष भी स्थानीय लोगों ने आंदोलन किया था. कुछ दिनों तक प्रदूषण कुछ कम हुआ था. मगर कुछ महीनों बाद हालात फिर वैसे ही हो गये. ग्रामीणों ने कहा कि यदि इस संबंध में कारखाना प्रबंधन ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा. बताया गया है कि कुछ दिनों पहले भी स्थानीय ग्रामीणों ने काम की मांग को लेकर इस कारखाने के गेट के समक्ष धरना प्रदर्शन किया था. आज प्रदूषण को लेकर परिवार के साथ ग्रामीणों ने प्रतिवाद जताया. मामले में कोशिश के बावजूद कारखाना प्रबंधन की टिप्पणी नहीं मिल पायी है.
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