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बिहार से लगे भारत-नेपाल बॉर्डर एरिया से गांजा-ड्रग्स की होती है सप्लाई, पकड़े जा चुके हैं हजारों तस्कर

India Nepal Border: बिहार से लगे भारत-नेपाल बॉर्डर एरिया से गांजा-ड्रग्स व अन्य नशीले पदार्थों की अवैध तरीके से सप्लाई की जाती है. नेपाल पुलिस ने एक आंकड़ा जारी किया है जिसके अनुसार, हजारों तस्कर 6 महीने में पकड़े गए हैं.

India Nepal Border: भारत-नेपाल बॉर्डर एरिया होकर नशे का काला कारोबार पसारा जा रहा है. बिहार से सटे बॉर्डर क्षेत्र से नशीली दवाइयों, गांजा व ड्रग्स के खेप तस्कर भेजते हैं. इसे लेकर एसएसबी के जवान लगातार कड़ी निगरानी भी रखते हैं और आए दिन ऐसे तस्कर पकड़े भी जाते हैं. पिछले ही दिनों गांजा का एक बड़ा खेप लेकर जा रहा तस्कर भी एसएसबी के हत्थे चढ़ा था. वहीं अवैध घुसपैठ व तस्करी के रोकथाम के लिए एसएसबी अपनी गश्त भी तेज किए हुए है. जबकि नेपाल से भारत व भारत से नेपाल नशीली दवाओं सहित ड्रग्स की तस्करी में शामिल 3 हजार 45 ड्रग्स तस्करों को बीते 6 महीने के अंदर नेपाल पुलिस ने भी गिरफ्तार किया है. इसकी सूचना नेपाल पुलिस के द्वारा जारी की गयी है.

गांजा के खेप के साथ तस्कर धराया

अररिया के नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमा से सटे भारत-नेपाल सीमा के पिलर संख्या 190/ 01 से पांच सौ मीटर दूरी पर भारतीय क्षेत्र में सोनापुर घूरना मुख्य मार्ग पर ऋषिदेव टोला के पास नेपाल से चार तस्कर अपने सर पर गांजा भरी बोरी लेकर जा रहे थे. इनमें एक तस्कर को एसएसबी जवानों ने गांजा के साथ पकड़ लिया. वहीं इस करवाई के दौरान तीन अन्य तस्कर भागने में सफल रहे. एसएसबी ने जब बोरी की तलाशी ली तो बोरी में 102 किलो गांजा उसमें पाया गया. जो नेपाल से भारतीय क्षेत्र में सुरक्षित ठिकानों पर रखने के फिराक में थे. वहां से अन्य जगहों पर भेजने की तैयारी थी. फुलकाहा थाना की प्रभारी थानाध्यक्ष पूजा कुमारी ने इसकी पुष्टि की है.

नेपाल पुलिस ने हजारों तस्कराें को पकड़ा, आंकड़ा जारी किया..

उधर, नेपाल पुलिस ने 6 महीने में हजारों ड्रग्स तस्करों को पकड़ा है. नेपाल से भारत व भारत से नेपाल नशीली दवाओं सहित ड्रग्स की तस्करी में ये लोग शामिल रहे हैं. 6 महीने में 3 हजार 45 ड्रग्स तस्कर को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार करने की सूचना जारी की है . नेपाल पुलिस के केंद्रीय समाचार बुलेटिन के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्तों में गांजा, चरस, हेरोइन, अफिम, कोकिन, पोल्याण्ड व अन्य नियंत्रित ड्रग्स सेवन करने व इसके अवैध कारोबार में लिप्त तस्कर पकड़ाए हैं. गिरफ्तार अभियुक्त में 2 हजार 758 नेपाली पुरुष, 144 नेपाली महिला, 133 विदेशी पुरुष व 10 विदेशी महिला शामिल हैं. वहीं इसे लेकर 1960 मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस के अनुसार मधेश प्रदेश से सबसे ज्यादा गांजा 03 हजार 891 किलो बरामद किया गया है. सुदूर पश्चिम प्रदेश से 66 किलो चरस बरामद किया गया है. वहीं कोशी प्रदेश से 5 किलो हेरोइन, लुम्बिनी प्रदेश से 20 किलो अफिम बरामद किया है. वहीं नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के द्वारा 1 किलो कोकिन बरामद किया गया है.

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बिहार के 8 जिले बने हॉटस्पॉट

बता दें कि पिछले साल भी बॉर्डर एरिया पर कई ऐसी कार्रवाई की जा चुकी है. नेपाल के मकवानपुर से सटे बॉर्डर के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे एक ट्रक से 900 किलो से अधिक का गांजे का खेप रक्सौल में पकड़ाया था. सीतामढ़ी में दो किलो चरस के साथ तस्कर धराए थे. नेपाल से ये चरस लाए जा रहे थे.हाल में ही बेतिया में एसएसबी के जवानों ने एक तस्कर को बॉर्डर से सटे रामपुर गांव से गिरफ्तार किया था. जिसके पास चरस का खेप पकड़ाया था. गौरतलब है कि आर्थिक अपराध इकाई ने एक आंकड़ा पेश किया था जिसमें वर्ष 2022 में 2031 समेत वर्ष 2017 से 2022 के बीच नशीले पदार्थों के साथ 6000 से अधिक तस्कर पकड़ाए थे. नेपाल से सटे बिहार के 8 जिलों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है और यहां विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं.

दोनों देशों के जवान करते हैं संयुक्त पेट्रोलिंग

गौरतलब है कि सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध घुसपैठ एवं तस्करी की रोकथाम को लेकर भारत-नेपाल की सीमा पर तैनात एसएसबी द्वारा काफी चौकसी बरती जा रही है. एसएसबी जवानों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में रात्रि नाका, पेट्रोलिंग के अलावे समय समय पर नेपाली पुलिस अधिकारियों एवं एपीएफ जवानों के साथ भी संयुक्त गस्ती की जाती है .ताकि सीमावर्ती क्षेत्र में तस्करी की घटना को रोका जा सके.

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