कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनावी मंच हो या संसद, प्रधानमंत्री मोदी का हर भाषण सिर्फ ‘झूठ का अंबार’ होता है.
पीएम मोदी के कांग्रेस को ‘आउटडेटेड’ पर भड़के राहुल गांधी
भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने राज्यसभा में प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधे जाने के बाद पलटवार किया. राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, चुनावी मंच हो या संसद, प्रधानमंत्री का हर भाषण सिर्फ ‘झूठ का अंबार’ होता है. वह अपने झूठ, अपनी तालियों और अपनी मीडिया के बीच इतने मग्न हो गए हैं कि जनता से जुड़ा हर सवाल उन्हें क्रोधित कर देता है. उन्होंने कहा, क्रोध विकास की नहीं, विनाश की गारंटी है.
चुनावी मंच हो या संसद, प्रधानमंत्री का हर भाषण सिर्फ ‘झूठ का अंबार’ होता है।
वह अपने झूठ, अपनी तालियों और अपनी मीडिया के बीच इतने मग्न हो गए हैं कि जनता से जुड़ा हर सवाल उन्हें क्रोधित कर देता है।
क्रोध विकास की नहीं, विनाश की गारंटी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 7, 2024
पीएम मोदी ने कांग्रेस को आउटडेटेड और आरक्षण का विरोधी बताया
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को ‘आउटडेटेड’ और आरक्षण का ‘जन्मजात विरोधी’ बताया तथा उसके ‘पतन’ के लिए संवेदनाएं प्रकट करते हुए ‘प्रार्थना’ की कि वह अगले आम चुनाव में 40 सीट बचा ले. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर निकले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और उन्हें ‘कांग्रेस के युवराज’ के नाम से संबोधित करते हुए उन्हें ऐसा ‘नॉन स्टार्टर’ बताया जो न तो ‘लिफ्ट’ हो पा रहे हैं और ना ही ‘लांच’.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी पीएम मोदी पर बोला हमला
बजट सत्र 2024 के दौरान राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, ब्रिटिश राज को चिट्ठी लिखकर किसने दी थी कि हम अंग्रेजों की फौज में भर्ती होंगे? ये कोई और नहीं देश के प्रधानमंत्री की पार्टी के संगठन के लोग थे. वे (PM मोदी) उस कांग्रेस को क्या कहेंगे जिसने इस देश को आज़ादी दिलाई?. उन्होंने (PM मोदी) मान लिया कि हम 10 सालों में कुछ भी नहीं कर पाए. वे ये भी नहीं बता पाए कि 2014 में अंतर्राष्ट्रीय कर्जा क्या था और आज क्या है?