धनबाद : चार साल पहले ही जिस रेल ओवरब्रिज का काम पूरा हो जाना था, वह आज भी अधूरा है. अभी लगातार काम चले तब भी इसे पूरा करने में एक साल से ज्यादा समय लग जायेगा. यह हाल रेलवे की ओर से भूली हॉल्ट के पास बनाये जा रहे रेल ओवरब्रिज का है. इसके निर्माण में बहुत देरी हो रही है. इसके कारण हजारों लोग प्रतिदिन फाटक बंद होने के कारण वहां फंस जाते हैं. इस ओवरब्रिज को वर्ष 2019 में ही बनकर तैयार हो जाना चाहिए था. फिलहाल निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन धीमी गति से.
12 करोड़ की लागत से बनना है ओवरब्रिज
रेलवे सूत्रों ने बताया कि भूली हॉल्ट के पास ओवरब्रिज का टेंडर वर्ष 2017 में जीएस मलहोत्रा नामक कंपनी को मिला था. लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस ओवरब्रिज की लंबाई लगभग 500 मीटर और चौड़ाई साढ़े सात मीटर है. साढ़े सात मीटर में दो लेन बनेंगे. दोनों लेन से दो पहिया-चारपहिया वाहन गुजरेंगे और नीचे ट्रेन गुजरेगी. ठेका कंपनी को वर्ष 2019 तक काम पूरा करना था, लेकिन बीच में जमीन ट्रांसफर का मामला आया. इसमें अधिकतर जमीन बीसीसीएल की और कुछ रैयती थी. वर्ष 2020 में जमीन ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन किसी कारणवश यह नहीं हो पायी. फिर दोबारा जमीन ट्रांसफर हुई. उसके बाद कोविड का दौर शुरू हो गया और ओवरब्रिज के निर्माण में देर होने लगी. अभी भी इसके निर्माण में दो साल से ज्यादा का समय लग जायेगा.
हावड़ा-नयी दिल्ली रेल मार्ग में स्थित भूली हॉल्ट से प्रतिदिन चार दर्जन से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं. ट्रेन गुजरने के पहले ही फाटक बंद कर दिया जाता है और ट्रेन गुजरने के बाद फाटक खुलता है. इस दौरान 10-15 मिनट लग जाते हैं. ऐसे में जब भी फाटक बंद होता है, यहां जाम लग जाता है. इस परेशानी से रोज हजारों लोगों को जूझना पड़ता है.
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