Coaching Student’s Suicide, Women Squad in Kota, Women Squad in Kota to prevent Coaching Student’s Suicide: पहली कोटा के अलग- अलग कोचिंग में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए महिला स्क्वॉयड बनाई गई है. आपको बता दें कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स को तनाव मुक्त रखने के लिए जिला प्रशासन ने महिला स्क्वॉयड बनाई है.
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6 महिला स्क्वाड बनाई
जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी का कहना है कि उन्होंने अभी तक 6 महिला स्क्वाड बनाई है. प्रत्येक स्क्वाड में तीन अधिकारी शामिल हैं, जिनमें पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ अन्य महिला अधिकारी भी जोड़ी गई हैं. समय के साथ स्क्वाड और उसके सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी भी की जाएगी.
डिप्रेशन से दूर रखा जाएगा छात्रों को
रिपोर्ट के मुताबिक कामयाब कोटा अभियान के तहत गठित महिला स्क्वायड टीमं में नियुक्त महिला अधिकारियों की टीम बच्चियों से बातचीत करेगी और उनकी चर्चा को गोपनीय रखेगी. टीम में शामिल महिलाएं बच्चियों को मोटिवेट भी करेंगी. महिला स्क्वायड गठन की कवायद उद्देश्य है कि कोचिंग पढ़ने वाले छात्रों को डिप्रेशन से दूर रखा जाए.
कोटा में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या है लाखों में
बता दें कि कोटा में करीब 2 लाख से ज्यादा कोचिंग छात्र पढ़ने के लिए देश-प्रदेश से आते हैं. इनमें करीब एक लाख छात्राएं होती हैं. इनमें से अधिकांश कोटा में हॉस्टल या पीजी में अकेले रहकर पढ़ाई करती हैं. उनकी उम्र भी करीब 14 से 20 साल के बीच होती है. इनमें मेडिकल की तैयारी करने के लिए छात्राओं की संख्या ज्यादा होती है, जबकि इंजीनियरिंग के लिए कम होती है.
आत्महत्याओं के कारण लिया गया ये कदम
इससे पहले, अखिल भारतीय प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का एक 19 वर्षीय छात्र 23 जनवरी को शहर के अपने होटल के कमरे में मृत पाया गया था.
जिला प्रशासन के अनुमान के मुताबिक, कोटा भर के कोचिंग सेंटरों में आधी आबादी लड़कियों की है. अधिकारियों के मुताबिक, जिले में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 27छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई, जिनमें कुल पांच लड़कियां भी शामिल थीं.