पटना. राज्यसभा सदस्यों के निर्वाचन के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही राजनीतिक गलियारों में बिहार के कई हस्तियों की चर्चा शुरू हो गयी है. इस बार जदयू के दो सांसदों बशिष्ठ नारायण सिंह और अनिल हेगड़े का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में इनके अलावा कई अन्य नाम की भी चर्चा है.
दरभंगा के कद्दावर नेता का भी नाम
इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और राज्य सरकार के एक पूर्व मंत्री बताये जाते हैं. इसके साथ ही दरभंगा के कद्देवार नेता के नाम की भी चर्चा है. हालांकि पिछली बार 2022 में जदयू की झोली में एक सीट आयी थी. उस बार भी कई नाम चर्चा में थे, लेकिन पार्टी ने सभी को चौंकाते हुए झारखंड के खीरू महतो को अपना उम्मीदवार बनाया था. ऐसे में इस बार भी जदयू सूत्रों के अनुसार राज्यसभा उम्मीदवार के नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं.
पहले दिन एक भी नामांकन पत्र नहीं दाखिल हुआ
बिहार कोटे से राज्यसभा की रिक्त होनेवाली छह सीटों पर नामांकन का काम गुरुवार से आरंभ हो गया. नामांकन के पहले दिन निर्वाची पदाधिकारी सुबह के 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर इंतजार करते रहे. विधानसभा सचिव को राज्यसभा निर्वाचन का आरओ बनाया गया है. विधानसभा के कार्यालय कक्ष में सभी प्रत्याशियों को नामांकन पत्र दाखिल भी करना है.
15 फरवरी तक होगा नामांकन
पहले दिन किसी भी दल या प्रत्याशी द्वारा न तो नामांकन पत्र का दस्तावेज खरीदा गया और नहीं नामांकन पत्र दाखिल किया गया. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी निर्धारित की गयी है. राज्यसभा में बिहार कोटे की रिक्त होनेवाली छह सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान कराया जाना है.
राजद की एक सीट मुस्लिम नेता के लिए पक्की
राज्य सभा के लिए राजद ने अपने कोटे की दो सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम अब तक उजागर नहीं किये हैं. राजद प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगने से पार्टी में सियासी उहापोह की स्थिति बनी हुई है. दरअसल अभी तक यह माना जा रहा है कि दो में एक सीट पर मनोज कुमार झा को एक बार फिर राज्यसभा भेजा जा सकता है. दूसरी सीट पर यह तय है कि कोई मुस्लिम ही होगा.
अहमद अशफाक करीम की राह आसान नहीं
सियासी जानकारों के मुताबिक राज्यसभा की राजद कोटे की दूसरी सीट पर चल रहे दो नामों में मौजूदा राज्यसभा सदस्य अहमद अशफाक करीम और मुंबई के बाबा सिद्दीकी हैं. सूत्र बताते हैं कि राजद का एक धड़ा ऐसा भी है जो दिवंगत सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब को राज्यसभा भेजना चाहता है. इसके पीछे इन लोगों का तर्क है कि हिना साहेब के जरिये मुस्लिम मतदाताओं को आकर्षित किया जा सकता है. अन्यथा एआइएमआइएम को इसका लाभ मिल सकता है.
भाजपा की केंद्रीय कमेटी तय करेगी दो नाम
भाजपा को इस बार बिहार से राज्यसभा की दो सीटें हासिल होंगी. सूत्र बताते हैं कि प्रदेश कोर कमेटी ने यहां से संभावित नामों की सूची केंद्रीय कमेटी को उपलब्ध करा दी है. दो से तीन दिनों के भीतर केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक में दो नामों पर मुहर लगायी जायेगी. पार्टी में संभावित उम्मीदवारों में मौजूदा सांसद सुशील कुमार मोदी के अलावा कई नाम चर्चा में हैं.