रांची : एचइसी प्रबंधन व श्रमिक संगठनों के बीच शुक्रवार को दूसरे दिन भी वार्ता विफल रही. इस कारण कर्मियों ने आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया. श्रमिक संगठनों ने कहा कि प्रबंधन वेतन भुगतान की तिथि बताये और वार्ता में जो भी सहमति बनी है, उसे लिखित में दे. क्योंकि, प्रबंधन बार-बार मौखिक सहमति से पलट जाता है. लेकिन, प्रबंधन ने लिखित देने से इंकार किया. इसके बाद श्रमिक संगठनों के लोग वार्ता छोड़ कर बाहर आ गये. वार्ता के दौरान प्रबंधन की ओर से कहा गया कि एचइसी के पास कई कंपनियों के कार्यादेश हैं. उसे पूरा कर राशि जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. इसलिए कर्मी आंदोलन छोड़ कर वापस काम पर लौटें. इस पर श्रमिक संगठनों की ओर से कहा गया कि भूखे पेट कार्य संभव नहीं है. प्रबंधन बकाया वेतन कब और कैसे देगा, इसके बारे में बताये.
वहीं, हर माह एक निश्चित तिथि को वेतन भुगतान, इएसआइ की बकाया राशि का भुगतान व सप्लाई कर्मियों के लिए ठेकेदार नियुक्त करने की मांग की गयी. इस पर प्रबंधन की ओर से कहा कि वेतन को लेकर प्रयास किया जा रहा है. राउरकेला, झारखंड सरकार, एनटीपीसी, सेल व आवासीय परिसर के दुकानदारों से बकाया पैसा जल्द लाने का प्रयास किया जा रहा है. उक्त पैसों से सबसे पहले वेतन का भुगतान किया जायेगा. वहीं, इएसआइ को पैसा का भुगतान निर्धारित तिथि के अंदर किया जायेगा और ठेकेदार नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गया है. इस दौरान कर्मियों ने कहा कि जब तक लिखित नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा. बैठक में एचइसी प्रबंधन की ओर से निदेशक कार्मिक व निदेशक उत्पादन, श्रमिक संगठन की ओर से लीलाधर सिंह, गिरीश चौहान, हरेंद्र प्रसाद, संतोष राय, प्रकाश, मनीष कुमार, एमपी रामचंद्रन, दिलीप सिंह, मनोज पाठक, चिराग बारला, विमल महली, सनी सिंह व एसजे मुखर्जी शामिल थे.
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