जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को पाकिस्तान के चुनाव नतीजों में शुक्रवार को बढ़त मिलती दिख रही है. चुनाव के नतीजे असामान्य देरी के बाद धीरे-धीरे आने लगे हैं. चुनाव परिणाम में देरी को लेकर पीटीआई ने धांधली के आरोप भी लगाए. पाकिस्तान में मतगणना अब भी जारी है. देश में गुरुवार को चुनावधांधली के आरोप, छिटपुट हिंसा और मोबाइल इंटरनेट बंद रहने के बीच कराए गए थे. पाकिस्तान में इस चुनाव में दर्जनों दल मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई), तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) और बिलावल जरदारी भुट्टो की ‘पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी’ (पीपीपी) के बीच है.
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव में वोटों की गिनती जारी है. मतदाचुनाव आयोग ने आधिकारिक नतीजे घोषित करना शुरू कर दिए हैं. पाकिस्तानी अकबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई 54 सीटों पर आगे है. वहीं पीएमएल-एन फिलहाल 40 सीट पर बढ़त बनाये हुए है. पीपीपी 21 सीटों पर आगे चल रहे हैं. वहीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल) पार्टी से शरीफ परिवार के चार सदस्य आम चुनावों में अपने गढ़ पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर से नेशनल असेंबली की सीटें जीतने में कामयाब रहे हैं. बता दें, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं. इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए.
देश में नयी सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीट जीतनी होगी. एक उम्मीदवार की मौत के बाद एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था. कुल मिलाकर, बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीट की आवश्यकता है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीट भी शामिल हैं. पाकिस्तान के अधिकारी बृहस्पतिवार को हुए चुनाव के बाद नतीजे की घोषणा करने में बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रहे थे. अभी तक हुई गणना के अनुसार, चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराए गए और जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने आश्चर्यजनक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है.
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने पार्टियों, खासकर खान की पीटीआई की आलोचना का सामना करने के बाद तेज गति से नतीजों को अद्यतन करना शुरू कर दिया. पीटीआई पार्टी ने आरोप लगाया था कि उसका जनादेश चुराया जा रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (71) जेल में हैं और उनके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध है. खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रत्याशियों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा, क्योंकि देश के उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का ‘बल्ला’ से वंचित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले को बरकरार रखा था.
ईसीपी ने अब तक नेशनल असेंबली की 122 सीट के नतीजों की घोषणा की है, जिसमें स 49 सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों (ज्यादातर पीटीआई समर्थित) को जीत मिली है. पीएमएल-एन को 39 सीट पर जीत मिली है, जबकि पीपीपी के खाते में 30 सीट गई है. अन्य सीट पर छोटे दलों को जीत मिली है. चुनाव में जीत दर्ज करने वाले बड़े नामों में पीएमएल-एन के शीर्ष नेता शामिल हैं, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ भी शामिल हैं. शरीफ ने पीटीआई समर्थित निर्दलीय डॉ. यास्मीन राशिद को बड़े अंतर से हराया है. शरीफ को 171,024 मत मिले, जबकि राशिद ने 115,043 मत प्राप्त किये.
नवाज शरीफ के बेटे हमजा शहबाज और बेटी मरियम नवाज के अलावा, छोटे भाई व पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी चुनाव में जीत हासिल की है. परिवार के चारों सदस्यों ने पार्टी के गढ़ लाहौर से जीत हासिल की है. ईसीपी के अनुसार, पीटीआई पार्टी के नेता गौहर अली खान ने खैबर-पख्तूनख्वा के बुनेर क्षेत्र में एनए-10 पर 110,023 मतों के साथ जीत हासिल की. उन्होंने अवामी नेशनल पार्टी के उम्मीदवार अब्दुल रऊफ को हराया, जो 30,302 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. पीटीआई के नेता और नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर असद कैसर ने भी जीत दर्ज की है. एक बड़े उलटफेर में, पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो जरदारी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है.
चुनाव हारने वालों में पीटीआई पार्टी के पूर्व नेता और रक्षा मंत्री परवेज खट्टक भी शामिल हैं. ईसीपी के आंकड़ों के मुताबिक, सिंध प्रांत की असेंबली के 53 निर्वाचन क्षेत्रों के घोषित परिणामों में पीपीपी ने 45 सीट पर जीत हासिल की है, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार केवल चार निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल करने में कामयाब हुए. ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) ने दो और जमात-ए-इस्लामी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की है. खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की असेंबली के 50 निर्वाचन क्षेत्रों के घोषित परिणामों के अनुसार, तहरीक-ए-इंसाफ समर्थित 45 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है.
पंजाब असेंबली में पीएमएल-एन ने 39, निर्दलीय उम्मीदवारों ने 33 और मुस्लिम लीग-क्यू ने दो सीट पर जीत दर्ज की है. इसी तरह, बलूचिस्तान प्रांत की असेंबली की छह सीटों के नतीजे अब तक आ चुके हैं, जहां पीएमएल-एन और बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (बीएनपी) अवामी को एक-एक सीट पर जीत मिली है. वहीं, बलूचिस्तान में जेयूआई-एफ ने तीन, जबकि पीपीपी ने एक सीट पर जीत दर्ज की है.
टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित किये जा रहे गैर आधिकारिक रुझानों में पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने नेशनल और प्रांतीय असेंबली की कई सीट पर अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को पीछे छोड़ दिया है. जियो न्यूज ने बताया कि पीटीआई नेशनल असेंबली की 55 सीट पर आगे है. नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है. बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद एक सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था. अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 सीट अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं.