रांची : झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 के प्रश्न पत्र लिक मामले में एसआइटी ने पटना, चेन्नई व रांची में छापेमारी की है. एसआइटी ने कुल 11 लोगों को हिरासत में लिया है. सभी से गहन पूछताछ की जा रही है. इनमें से पांच लोगों की संलिप्तता की जानकारी पुलिस को फिलहाल मिली है. आरंभिक जांच के बाद पुलिस इनमें से संभवत: तीन या पांचों आरोपियों को को गिरफ्तार कर सकती है. वहीं इस मामले में छह अन्य संदिग्धों से एसआइटी की पूछताछ जारी है. इनकी संलिप्तता पर साक्ष्य मिलने के बाद आगे की कार्रवाई पुलिस करेगी. जिन 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें से कोई भी जेएसएससी का कर्मचारी नहीं है. इनमें से कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्होंने प्रश्न पत्र को वायरल करने का काम किया था. इसके अलावा अप्रत्यक्ष तरीके से ऐसा कर लाभ लेने का प्रयास किया था. वहीं दूसरी ओर इस मामले में छह अन्य संदिग्ध को भी पूछताछ के लिए लाया गया है.
उधर, इस मामले में रांची के जोनल आइजी के आवासीय कार्यालय में आठ फरवरी को जेएसएससी के कनीय पदाधिकारियों से भी पूछताछ की गई थी. इस मामले में जेएसएसी की संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी, उप सचिव संजय कुमार साह, अवर सचिव हरेंद्र किशोर राम और प्रधान आप्त सचिव संतोष कुमार ने मुख्य सचिव को पत्र भेज एसआइटी के पुलिस अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. उल्लेखनीय है कि प्रश्न पत्र लिक मामले में जेएससीसी की संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी ने नामकुम थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी कराई थी. इसमें कहा गया था कि 28 जनवरी को तृतीय पाली में सामान्य ज्ञान की परीक्षा थी. इसी दिन दोपहर में ई-मेल के जरिये सामान्य ज्ञान परीक्षा के उत्तर विकल्प के साथ चार पेज में भेजे गये थे. मिलान करने पर प्रश्न पत्र लिक होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद परीक्षा की अगली तिथि चार फरवरी तय की गई थी. बाद में परीक्षा को ही रद्द कर दिया गया था.
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