उत्तराखंड के हल्द्वानी में तीन दिन पहले हिंसा भड़काने के आरोप में पिछले 24 घंटे में 25 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की तलाश अभी जारी है. इधर कर्फ्यूग्रस्त बनभूलपुरा क्षेत्र में आवश्यक सेवाएं चालू कर दी गई हैं. मेडिकल स्टोर खोल दिए गए हैं और बनभूलपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चालू कर दिया गया है.
हिंसा मामले में अबतक 30 लोगों की हो चुकी गिरफ्तारी
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद मीणा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस घटना के सिलसिले में अब तक 30 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. आठ फरवरी को हुई घटना के सिलसिले में पांच लोगों को पहले गिरफ्तार किया गया था. पूरे मामले में 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं. प्रत्येक एफआईआर को एक जांच टीम को आवंटित किया गया है और उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि घटना के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की तलाश अभी जारी है.
#WATCH | Haldwani, Uttarakhand: On the violence in the Banbhoolpura area of Haldwani, SSP Nainital Prahlad Narayan Meena says, "3 FIRs have been registered in the entire matter and 25 people have been arrested. From these 25 people, we have recovered 7 country-made pistols and 54… pic.twitter.com/EuTVydZ7id
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 11, 2024
दंगाइयों को एक-एक कर गिरफ्तार किया जा रहा: पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘एक्स’ पर कहा कि हल्द्वानी में हुई घटना में शामिल उपद्रवियों और अराजक तत्वों पर कार्रवाई लगातार जारी है और सभी दंगाइयों को एक-एक कर गिरफ्तार किया जा रहा है. उन्होंने यह भी साफ किया कि प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ चल रहा अभियान जारी रहेगा.
Haldwani, Uttarakhand | On the instructions of DM Nainital district, Vandana Singh, essential services have been made operational in the curfew-affected Banbhoolpura area. Medical stores have been opened and Banbhoolpura Primary Health Center has been made operational. pic.twitter.com/5a8RRIdUNB
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 11, 2024
केंद्रीय अर्धसैनिक बलों ने संभाला मोर्चा
हल्द्वानी में हिंसा के मद्देनजर हालात से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार ने और केंद्रीय बलों की मांग की है. जिसके बाद वहां सुरक्षाबलों की तैनाती शुरू कर दी गई है. जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है. मालूम हो गृह मंत्रालय से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 100-100 जवानों वाली चार कंपनियों की मांग की गयी थी ताकि हिंसा ग्रस्त बनभूलपुरा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को कायम रखा जा सके. बनभूलपुरा में करीब 1000 सुरक्षाकर्मी पहले से ही तैनात हैं.
हल्द्वानी में इंटरनेट सेवा बहाल
हल्द्वानी में इंटरनेट सुविधाएं बहाल कर दी गयी हैं. हालांकि, इसके साथ चेतावनी भी जारी की गयी है कि यदि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वाली पोस्ट डालता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने सीएम धामी से की मुलाकात
हल्द्वानी हिंसा को लेकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की. उन्होंने मुख्यमंत्री से हल्द्वानी के बनभूलपुरा मामले पर चर्चा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और दंगा प्रभावित क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई की है. इस घटना की जांच के लिए कमिश्नर कुमाऊं को मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए गए हैं.
क्या है मामला
गौरतलब है कि 8 फरवरी को बनभूलपुरा में स्थित ‘मलिक का बगीचा’ में अवैध मदरसा और नमाज स्थल के ध्वस्तीकरण के दौरान प्रशासनिक अमले पर स्थानीय लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया था. इस दौरान भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने छतों से पथराव किया, पेट्रोल बम फेंक कर वाहनों में आग लगाई और बनभूलपुरा पुलिस थाने को फूंक दिया. बिगड़ते हालात को संभालने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसमें छह लोग मारे गए थे.