भारत के अंडर-19 टीम के मुख्य कोच ऋषिकेश कानिटकर को भरोसा है कि उनकी इस 2024 की टीम के कुछ खिलाड़ी भविष्य में सीनियर टीम की ओर से खेलेंगे. पांच बार की चैंपियन भारत को रविवार को अंडर-19 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से 79 रन से हार का सामना करना पड़ा लेकिन खिलाड़ी जैसे कप्तान उदय सहारन, मुशीर खान, सौम्य पांडे और सचिन धास ने पूरे टूर्नामेंट में प्रभावित किया. यह केवल फाइनल ही था कि उनमें से किसी का बल्ला नहीं चला.
खिलाड़ियों ने दिखाई परिपक्वता
ऋषिकेश कानिटकर ने रविवार को मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘निश्चित रूप से भारत का भविष्य उज्जवल है. गेंदबाजी और बल्लेबाजी, दोनों में ही कुछ खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा है. उन्होंने मुश्किल हालात में परिपक्वता दिखायी जो भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है. भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही है और तीन मुकाबले 200 से ज्यादा रनों से जीता था. लेकिन फाइनल में टीम ऑस्ट्रेलिया से पिछड़ गई.
अंडर19 के कई सितारे इस समय भारतीय टीम में
भारतीय टीम आयु ग्रुप में ‘पावरहाउस’ रही है और अंडर-19 विश्व कप ने विराट कोहली, युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ, सुरेश रैना, शिखर धवन, रोहित शर्मा, रविंद्र जडेजा, केएल राहुल, ऋषभ पंत, शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल जैसे स्टार दिये हैं. कानिटकर ने कहा, ‘हर बार कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो या तो इंडियन प्रीमियर लीग या भारतीय टीम में अच्छा प्रदर्शन करते हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि इसमें भी कुछ खिलाड़ी ऐसे होंगे जो भारतीय टीम में खेलेंगे लेकिन इसके लिए भी काफी कड़ी प्रतिस्पर्धा है.’
अर्शिन कुलकर्णी और अविनाश राव आईपीएल में
अंडर-19 टीम के अर्शिन कुलकर्णी और अविनाश राव को पहले ही इंडियन प्रीमियर लीग का अनुबंध मिल चुका है. कानिटकर को लगता है कि अंडर-19 विश्व कप में खेलने से खिलाड़ियों को पता चलता है कि सीनियर स्तर पर कैसे खेला जाता है. उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों के लिए यह शानदार यात्रा है, उनका प्रदर्शन सुर्खियों में रहता है और उनका प्रदर्शन मायने रखता है क्योंकि सभी की निगाहें लगी होती हैं. वे इन परिस्थितियों के आदी हो जाते हैं. वे जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है और जब वे शीर्ष स्तर पर खेलेंगे तो उन्हें तैयार रहना चाहिए.’