देवघर : बसंत पंचमी पर बुधवार को बाबा बैद्यनाथ की तिलक चढ़ाया जायेगा. परंपरा के अनुसार, इस दिन मिथिला से आये तिलकहरुए बाबा की पूजा व गुलाल चढ़ाने के बाद एक-दूसरे को गुलाल लगाते हैं. बाबा के तिलकोत्सव में शामिल होने के लिए अबतक एक लाख से अधिक तिलकहरुए बाबाधाम पहुंच चुके हैं. बुधवार की शाम में बाबा मंदिर की ओर से लक्ष्मी नारायण मंदिर के बरामदे पर तिलक पूजा का आयोजन किया जायेगा. वहीं शृंगार पूजा में बाबा को गुलाल चढ़ाने की परंपरा का निर्वहण कर तिलक पूजा संपन्न की जायेगी. इधर, मिथिला से आये तिलकहरुए बाबा मंदिर के आसपास सहित शहर के विभिन्न इलाकों में रूके हुए हैं. जानकारी के अनुसार, अबतक करीब 40 फीसदी ही तिलकहरुए बाबानगरी पहुंचे हैं तथा बाकि के भक्त मंगलवार तथा बुधवार दोपहर तक देवघर पहुंच जायेंगे. वह जो लोग देवघर आ गये हैं, वे लोग बसंत पंचमी के इंतजार में अपने-अपने तय ठहराव स्थल पर खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं. वे दिन भर पूजा पाठ व रात में बाबा को घी चढ़ाते हैं. साथ ही सामूहिक भोजन कर सभी लोग बाबा के भजन-कीर्तन में रम जाते हैं.
बसंत पंचमी से पहले बाबा मंदिर में पूजा करने के लिए तिलकहरुओं समेत अन्य भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. अहले सुबह पट खुलने के साथ ही काफी भीड़ देखी गयी. हर तरफ हर हर महादेव व हर हो भोला के जयकारे गुंजयमान हो रहे हैं. पट खुलने के पहले तक कांवरियों की कतार क्यू कॉम्प्लेक्स के बाहर तक पहुंच गयी थी. इस दौरान आम कतार से कांवरियों को पूजा करने में तीन से चार घंटे का समय लग रहा था. हर जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. वहीं शीघ्र दर्शनम कूपन लेकर पूजा करने वालों की भी काफी भीड़ देखी गयी. ढाई सौ रुपये प्रति कूपन की दर से 4430 लोगों ने कूपन लेकर जलार्पण किये. वहीं पट बंद होने तक करीब 80 हजार कांवरियों ने जलार्पण किये.
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