सतर्कता विभाग की विशेष जांच टीम ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) प्रश्नपत्र लीक मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.
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अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों में हिमाचल प्रदेश सड़क परिवहन निगम (HRTC) के सेवानिवृत्त निरीक्षक रवि की पत्नी, बहन और जीजा शामिल हैं. रवि को नौ फरवरी को ढाबा मालिक सोहन के साथ गिरफ्तार किया गया था.
अधिकारी के मुताबिक तीनों अप्रैल 2023 में आयोजित हिमाचल प्रदेश सचिवालय परीक्षा (लिपिक) में शामिल हुए थे. सतर्कता विभाग के अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी हैं एवं और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
सतर्कता विभाग ने नौ फरवरी को सेवानिवृत्त निरीक्षक और ढाबा मालिक को गिरफ्तार किया था. दोनों की गिरफ्तारी उनके मोबाइल फोन से प्रश्नपत्र लीक होने का खुलासा होने के बाद हुई. अधिकारी ने बताया कि इन्होंने कथित तौर पर सचिवालय लिपिक श्रेणी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक किए थे जिसके परिणाम अब तक लंबित है.
एचपीएसएससी को 23 दिसंबर 2022 को प्रश्नपत्र लीक होने का खुलासा होने के दो महीने बाद फरवरी में भंग कर दिया गया था. एचपीएसएससी के स्थान पर हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग (HPRCA) का गठन किया गया है.
सचिवालय क्लर्क ग्रेड परीक्षा के हुए थे पेपर लीक
बता दें विजिलेंस विभाग ने मोबाइल से लीक हुए प्रश्नपत्रों का पता चलने पर सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर और ढाबा मालिक को 9 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था. अधिकारी ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर सचिवालय क्लर्क ग्रेड परीक्षा के पेपर लीक कर दिए थे। इसका परिणाम अभी भी लंबित है.
मोबाइल से लीक हुआ था पेपर
इस मामले में राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया था और इस घोटाले में अब तक लगभग 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अधिकारी के अनुसार, दो आरोपितों- ढाबा मालिक सोहन और रिटायर्ड हिमाचल रोडवेज परिवहन निगम कर्मचारी रवि को तब गिरफ्तार किया गया जब यह पाया गया कि प्रश्न पत्र उनके मोबाइल फोन से लीक हुए थे.