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Sawan 2023 Puja Vidhi LIVE Updates: आज से शुरु हो रहा श्रावण मास, ऐसे करें सावन में शिवजी की पूजा

Happy Sawan 2023 LIVE Updates: भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना सावन की शुरुआज आज 4 जुलाई से हो रही है. इस पूरे माह भक्त शिव जी की भक्ति में लीन रहते हैं. यहां जानिए वर्ष 2023 के सावन सोमवार व्रत की तिथियां, पूजा विधि, कथा और महत्व के बारे में..

लाइव अपडेट

सावन का वैज्ञानिक महत्व

विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो हमारा पाचन तंत्र सूर्य पर टिका हुआ है. ऐसे में सावन के महीने में सूरज बहुत कम निकलता है. इससे हमारा पाचन तंत्र कमजोर होने लगता है. यही कारण है कि जलजनित रोग होने की संभावना भी बढ़ जाती है. ऐसे में हमें अपने पाचन तंत्र को आराम देने की जरूरत है. इसी वजह से सावन के महीने में बैंगन, पत्तेदार सब्जियां, सब्जियां, मांसाहारी भोजन और शराब वर्जित है ताकि हमारा पाचन तंत्र अच्छा रहे.

Sawan 2023: शिव पूजा में ये वस्तुएं हैं निषेध

महादेव को केतकी का फूल, सिंदूर, हल्दी, कुमकुम अर्पित न करें. शिव पूजा में ये वस्तुएं निषेध हैं.

पहले चरण का सावन 4 से 17 जुलाई तक है जिसमें दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे

पहला सावन सोमवार व्रत- 10 जुलाई

दूसरा सावन सोमवार व्रत- 17 जुलाई

इस बीच 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास रहेगा. जिसमें पड़ने वाले सोमवारी व्रत मान्य नहीं होंगे.

सावन का दूसरा चरण में 17 अगस्त से 31 अगस्त तक है इसमें भी दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-

तीसरा सावन सोमवारी व्रत- 21 अगस्त

चौथा सावन सोमवारी व्रत- 28 अगस्त

सावन का महत्व

सावन में अन्य देवी-देवताओं के मुकाबले शिव जी की पूजा सबसे अधिक की जाती है. ये पूरा महीना ही शिव जी को समर्पित है. ऐसा कहते हैं कि सावन महीने में ही देवी पार्वती ने शिव जी को पति रूप में पाने के लिए तपस्या शुरू की थी. तप से प्रसन्न होकर शिव जी प्रकट हुए और देवी की इच्छा पूरी करने का वरदान दिया. यही वजह है कि सावन में शिव पूजा करने से मनोकामनाएं जल्द पूर्ण होती है. सावन में सोमवार के अलावा प्रदोष व्रत, सावन शिवरात्रि आदि कई महत्वपूर्ण तिथियों पर शिव पूजा उत्तम फलदायी मानी गई है.

19 साल बाद सावन में अद्भुत संयोग

पूरे 19 साल बाद ऐसा संयोग बना है जिसमें, सावन पूरे 59 दिनों का होगा. साल 2023 में सावन महीने के दौरान अधिकमास पड़ रहा है, इसलिए इन 2 महीनों में पूजा-अर्चना करने से भगवान शिव के साथ श्रीहरि विष्णु जी की भी जमकर कृपा बरसेगी.

सावन 2023 पहले दिन का शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त- 04:07 AM - 04:48 AM

अभिजित मुहूर्त- 11:58 AM - 12:53 PM

गोधूलि मुहूर्त- 07:22 PM- 07:42 PM

शिव पूजा के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त - शाम 05.29 - रात 08.39

 सावन पूजा सामग्री

सावन में शिव पूजा के लिए गंगाजल, जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, पंचामृत, जनेऊ, वस्त्र, चंदन, रोली, अक्षत, बेलपत्र, फल, विजया, आक, धतूरा, कमल गहा, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, पंच मेवा, धूप, दीप, गुलाल, अबीर, इत्र कपूर आदि का उपयोग करें.

Sawan 2023: सावन माह के नियम जान लें 

शास्त्रों के अनुसार, सावन महीने में व्यक्ति को सात्विक आहार लेना चाहिए. इस माह में प्याज, लहसुन भी नहीं खाना चाहिए. सावन मास में मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस महीने भगवान शंकर की विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए. इस माह में ब्रह्मचर्य का भी पालन करना चाहिए. सावन के महीने में सोमवार के व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है. अगर संभव हो तो सावन माह में सोमवार का व्रत जरूर करें. सावन सोमवार व्रत के दौरान भगवान शिव का जलाभिषेक करें.

Sawan 2023: 19 साल बाद बन रहा यह योग 

बैद्यनाथ धाम के ज्योतिषाचार्य ने बताया कि यह मलमास सावन के महीने में पिछली बार 19 साल पहले पड़ा था. यानी की 2004 में सावन 2 महीने का हुआ था. उसके बाद 2023 में सावन में मलमास लग रहा है. मलमास की 18 जुलाई से शुरु होगा और 16 अगस्त को समाप्त होगा.

Sawan 2023: कब-कब रखे जायेंगे सावन सोमवार व्रत

  • पहले चरण में सावन 4 से 17 जुलाई तक जिसमें दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-

  • पहला सावन सोमवार व्रत- 10 जुलाई

  • दूसरा सावन सोमवार व्रत- 17 जुलाई

  • इस बीच मलमास 18 जुलाई से आरम्भ होकर 16 अगस्त तक रहेगा. जिसमें पड़ने वाले सोमवार व्रत मान्य नहीं होंगे.

  • दूसरे चरण में सावन 17 अगस्त से 31 अगस्त तक है इसमें भी दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-

  • तीसरा सावन सोमवार व्रत- 21 अगस्त

  • चौथा सावन सोमवार व्रत- 28 अगस्त

मंदिरों में होगा रुद्राभिषेक 

शिवालय और मंदिरों में भगवान शिव का रुद्राभिषेक मंगलवार से शुरू हो जायेगा. इसके लिए विशेष तैयारी किया गया है. देश के विभिन्न शिवालयोंमें आज 45 शिवभक्त रुद्राभिषेक का अनुष्ठान संपन्न करेंगे.

10 को पहली सोमवारी, सावन में कुल आठ 

सावन के आठ सोमवारी

10 जुलाई - प्रथम सोमवार

17 जुलाई- हरियाली अमावस्या व दूसरा सोमवार

24 जुलाई - तीसरा सोमवार

31 जुलाई - चतुर्थ सोमवार, प्रदोष व्रत

7 अगस्त- पांचवां सोमवार

14 अगस्त - छठा सोमवार व सोम प्रदोष व्रत

21 अगस्त - सातवां सोमवार, नाग पंचमी

28 अगस्त- आठवां व अंतिम सोमवार

Sawan 2023: सावन माह के नियम जान लें

शास्त्रों के अनुसार, सावन महीने में व्यक्ति को सात्विक आहार लेना चाहिए. इस माह में प्याज, लहसुन भी नहीं खाना चाहिए. सावन मास में मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस महीने भगवान शंकर की विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए. इस माह में ब्रह्मचर्य का भी पालन करना चाहिए. सावन के महीने में सोमवार के व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है. अगर संभव हो तो सावन माह में सोमवार का व्रत जरूर करें. सावन सोमवार व्रत के दौरान भगवान शिव का जलाभिषेक करें.

शिव पूजा सामग्री 

पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि.

Sawan 2023: सावन सोमवार व्रत तारीख

  • पहले चरण में सावन 4 से 17 जुलाई तक जिसमें दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-

  • पहला सावन सोमवार व्रत- 10 जुलाई

  • दूसरा सावन सोमवार व्रत- 17 जुलाई

  • इस बीच मलमास 18 जुलाई से आरम्भ होकर 16 अगस्त तक रहेगा. जिसमें पड़ने वाले सोमवार व्रत मान्य नहीं होंगे.

  • दूसरे चरण में सावन 17 अगस्त से 31 अगस्त तक है इसमें भी दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-

  • तीसरा सावन सोमवार व्रत- 21 अगस्त

  • चौथा सावन सोमवार व्रत- 28 अगस्त

Sawan 2023: व्रत में अन्न का सेवन नहीं करते

जो लोग सावन सोमवार का व्रत (Sawan Somvar Vrat) रखते हैं, वे अन्न का सेवन नहीं करते. सोमवार व्रत नियम (Somvar Vrat Niyam) के अनुसार, व्रत के दौरान, आटा, बेसन, मैदा, सत्तू अन्न और अनाज का सेवन नहीं किया जाता है. इसके अलावा मांस, मदीरा, लहसुन, प्याज इत्यादि का भी सेवन नहीं किया जाता है. वहीं धनिया पाउडर, मिर्च, सादा नमक का सेवन नहीं किया जाता है.

Sawan 2023: शिव पूजा सामग्री

पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि.

Sawan 2023: ये उपाय करने से प्रसन्न होंगे महादेव

सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. भगवान भोलेनाथ का दुग्धाभिषेक करें. इसके साथ ही इस माह में जलाभिषेक का भी विशेष महत्व है. साथ ही सावन माह में पंचाक्षर मंत्र की एक माला का जाप करें. सावन के महीने में बेलपत्र पर राम का नाम लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं. वहीं इस सावन में 8 सोमवार हैं.

Sawan 2023: सावन में वर्जित हैं ये काम

ज्योतिषी के अनुसार, सावन के महीने में कुछ काम वर्जित हैं. जैसे सावन में मांस-मछली खाना वर्जित है. लहसुन और प्याज भी नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा भूलकर भी शराब का सेवन न करें. सावन के महीने में दूध का सेवन भी नहीं करना चाहिए. क्योंकि भोलेनाथ पर दूध का अभिषेक किया जाता है. भक्तों को सकारात्मक विचारों के साथ पूजा करनी चाहिए. सावन के महीने में बड़ों का अनादर बिल्कुल भी न करें.

Sawan 2023: सावन का वैज्ञानिक महत्व

विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो हमारा पाचन तंत्र सूर्य पर टिका हुआ है. ऐसे में सावन के महीने में सूरज बहुत कम निकलता है. इससे हमारा पाचन तंत्र कमजोर होने लगता है. यही कारण है कि जलजनित रोग होने की संभावना भी बढ़ जाती है. ऐसे में हमें अपने पाचन तंत्र को आराम देने की जरूरत है. इसी वजह से सावन के महीने में बैंगन, पत्तेदार सब्जियां, सब्जियां, मांसाहारी भोजन और शराब वर्जित है ताकि हमारा पाचन तंत्र अच्छा रहे.

Sawan 2023: कब-कब रखे जायेंगे सावन सोमवार व्रत

  • पहले चरण में सावन 4 से 17 जुलाई तक जिसमें दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-

  • पहला सावन सोमवार व्रत- 10 जुलाई

  • दूसरा सावन सोमवार व्रत- 17 जुलाई

  • इस बीच मलमास 18 जुलाई से आरम्भ होकर 16 अगस्त तक रहेगा. जिसमें पड़ने वाले सोमवार व्रत मान्य नहीं होंगे.

  • दूसरे चरण में सावन 17 अगस्त से 31 अगस्त तक है इसमें भी दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-

  • तीसरा सावन सोमवार व्रत- 21 अगस्त

  • चौथा सावन सोमवार व्रत- 28 अगस्त

Sawan 2023: शिव पूजा में ये वस्तुएं हैं निषेध

महादेव को केतकी का फूल, सिंदूर, हल्दी, कुमकुम अर्पित न करें. शिव पूजा में ये वस्तुएं निषेध हैं.

Happy Sawan 2023 Wishes: शिव का नाम लिये जा.. श्रावण मास की शुभकामनाएं यहां से भेजें

Sawan 2023: सावन माह के नियम

शास्त्रों के अनुसार, सावन महीने में व्यक्ति को सात्विक आहार लेना चाहिए. इस माह में प्याज, लहसुन भी नहीं खाना चाहिए. सावन मास में मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस महीने भगवान शंकर की विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए. इस माह में ब्रह्मचर्य का भी पालन करना चाहिए. सावन के महीने में सोमवार के व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है. अगर संभव हो तो सावन माह में सोमवार का व्रत जरूर करें. सावन सोमवार व्रत के दौरान भगवान शिव का जलाभिषेक करें.

Sawan 2023: व्रत के दौरान क्या खाएं

सावन व्रत-नियम के मुताबिक इस व्रत के दौरान सात्विक भोजन का ही सेवन करना उत्तम होता है. आमतौर पर सादे नमक की जगह सेंधा नमक का सेवन करना बेहतर होता है. सावन सोमवार व्रत के दौरान मौसम के अनुकूल फल का सेवन करना चाहिए. अगर व्रत में फालाहार करना चाहते हैं तो इसके लिए सेब, केला, अनार इत्यादि को शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा साबूदाना, दूध, दही, छाछ और पनीर का सेवन किया जा सकता है.

Sawan 2023: व्रत में भूल से भी ना करें इन चीजों का सेवन

जो लोग सावन सोमवार का व्रत (Sawan Somvar Vrat) रखते हैं, वे अन्न का सेवन नहीं करते. सोमवार व्रत नियम (Somvar Vrat Niyam) के अनुसार, व्रत के दौरान, आटा, बेसन, मैदा, सत्तू अन्न और अनाज का सेवन नहीं किया जाता है. इसके अलावा मांस, मदीरा, लहसुन, प्याज इत्यादि का भी सेवन नहीं किया जाता है. वहीं धनिया पाउडर, मिर्च, सादा नमक का सेवन नहीं किया जाता है.

Sawan 2023: सावन दो महीने का, जानिए कौन से सोमवार व्रत रखने हैं कौन से नहीं ? 4 सोमवारी व्रत ही होंगे मान्य

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सावन के महीने में नॉनवेज-अल्कोहल का सेवन न करें

सावन के महीने में गलती से भी नॉनवेज-अल्कोहल का सेवन न करें. ऐसा करने से शिव क्रोधित हो जाएंगे.

Sawan 2023: भगवान शिव की पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री

पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि.

Sawan 2023: शिव जी की पूजा विधि

सावन के महीने में रोजाना पूजा करना चाहिए. शिव जी को प्रसन्‍न करने के लिए यह महीना सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है. साथ ही शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत लाभ देता है. सावन महीने में रोजाना सुबह जल्‍दी स्‍नान करके साफ कपड़े पहनें. इसके बाद घर के मंदिर में या शिव मंदिर जाकर भगवान शिव के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं. दूध और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें. भोलेनाथ को बेल पत्र, पंचामृत, फल, फूल अर्पित करें. आखिर में आरती करें. सावन सोमवार के व्रत करें और इस दिन पूरे विधि-विधान से रुद्राभिषेक करें.

Sawan 2023: महामृत्युंजय मंत्र

ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ !!

इस मंत्र का मतलब है कि हम भगवान शिव की पूजा करते हैं, जिनके तीन नेत्र हैं, जो हर श्वास में जीवन शक्ति का संचार करते हैं और पूरे जगत का पालन-पोषण करते हैं.

Sawan 2023: सावन का महत्व

हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास हिंदी कैलेंडर में पांचवें स्थान पर आता है. मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए बेहद ही खास होता है. ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति सावन के हर सोमवार को व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.

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