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Jharkhand Weather Forecast : बारिश नहीं होने से छह जिलों की स्थिति ज्यादा खराब

Jharkhand Weather Forecast Updates: झारखंड के मौसम की खबरों और अपडेट के लिए बने रहिए प्रभात खबर डॉट कॉम के Live सेक्शन में. झारखंड के विभिन्न ‍जिलों की मौसम से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबरें आपको यहां मिलेंगी सबसे पहले...

लाइव अपडेट

बारिश नहीं होने से छह जिलों की स्थिति ज्यादा खराब

मौसम केंद्र के वरीय वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि एक जुलाई से अब तक राज्य में करीब 168 मिमी बारिश हुई है. अब तक 296 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. करीब 43 फीसदी कमी है. छह जिलों की स्थिति ज्यादा खराब है.

रांची में हुई बारिश, गर्मी से लोगों को मिली राहत

रांची: झारखंड की राजधानी रांची में देर शाम आज बुधवार को बारिश हुई. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. सुबह से तेज धूप थी और गर्मी से लोग परेशान थे. इसके बाद हुई बारिश से लोगों को राहत मिली.

16 जुलाई तक हो सकती है भारी बारिश, येलो अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 16 जुलाई तक भारी बारिश होगी. इस दौरान कहीं-कहीं गर्जन के साथ वज्रपात की भी आशंका है. येलो अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान किया गया है.

पलामू में कुछ ही घ‍ंटे में गरज के साथ बारिश के आसार, वज्रपात को लेकर येलो अलर्ट

पलामू जिले के कुछ भागों में कुछ ही घंटे में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. इस दौरान वज्रपात की भी आशंका है. येलो अलर्ट जारी किया गया है.

16-17 जुलाई से बारिश का बढ़ेगा दायरा, वज्रपात की चेतावनी जारी

मौसम केंद्र के वरीय वैज्ञानिक अभिषेक आनंद की मानें, तो दो दिनों में मानसून फिर से सक्रिय होगा. 16-17 जुलाई से बारिश का दायरा बढ़ेगा. मेघ गर्जन व वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गयी है.

झारखंड में फिर सक्रिय हो सकता है मानसून, 14 जुलाई को इन इलाकों में भारी बारिश

झारखंड में एक-दो दिनों में फिर मानसून सक्रिय हो सकता है. 14 जुलाई को संताल परगना सहित राज्य के मध्य हिस्सों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. इसका असर अगले दो-तीन दिनों तक रहने की उम्मीद है.

बारिश के लिए सिमडेगा के जलडेगा में ग्रामीणों ने पीपल का किया जलाभिषेक

सिमडेगा के जलडेगा प्रखंड के टिनगिना गांव में ग्रामीण महिलाओं ने बारिश के लिए गांव के पहान ज्ञान साय, सुधवा गोंड व सुरेश धनवार की अगुवाई में पीपल का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की.

सिमडेगा के जलडेगा क्षेत्र में दो सप्ताह से नहीं हो रही बारिश, ग्रामीण परेशान

सिमडेगा के जलडेगा क्षेत्र में मानसून की पहली बारिश के बाद दो सप्ताह से क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही है. इसलिए किसान खेती-बाड़ी का कार्य नहीं कर पा रहे हैं. बारिश की कामना को लेकर महिलाओं ने स्नान कर पीपल पेड़ पर जलाभिषेक किया.

घाटशिला में अच्छी बारिश के लिए ग्रामीणों ने की जांताड़ पूजा

पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला की सुरदा माइंस की तलहटी स्थित 12 मौजा की पारंपरिक जांताड़ बोंगा थान में रीति-रिवाज से पूजा हुई. देहुरी राजेंद्र सबर और नायके गणेश टुडू ने पारंपरिक पूजा कर अच्छी बारिश की कामना की.

दुमका के रानीश्वर में बारिश नहीं होने से किसान परेशान

दुमका के रानीश्वर में लंबे समय से अच्छी बारिश नहीं होने से रोपा गया धान सूखने लगा है. खेत सूख जाने से मिट्टी में दरारें पड़ने लगी हैं. बहुत से किसान धनरोपनी के लिए खेतों की तैयारी कर चुके थे. बारिश नहीं होने से वे परेशान हैं.

देवघर के मधुपुर में अच्छी बारिश नहीं होने से किसानों की बढ़ी चिंता

देवघर जिले के मधुपुर के मारगोमुंडा में मानसून की दस्तक के बावजूद खेती लायक बारिश नहीं होने के कारण किसानों की चिंता बढ़ने लगी है. खेतों में लगाये बिचड़े सूखने के कगार पर हैं.

राज्य के इन हिस्सों में 16 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 16 जुलाई तक भारी बारिश होगी. इस दौरान कहीं-कहीं गर्जन के साथ वज्रपात की भी आशंका है. विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान किया है.

Jharkhand Weather Forecast : बारिश नहीं होने से छह जिलों की स्थिति ज्यादा खराब
Jharkhand weather forecast : बारिश नहीं होने से छह जिलों की स्थिति ज्यादा खराब 1

रांची में आज का तापमान

रांची में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 0.7 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है. वहीं न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की गिरावट देखने को मिली है. आज रांची का अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री है, जो सामान्य तापमान से 2.7 डिग्री ज्यादा है. वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेसि है, जो सामान्य तापमान से 1 डिग्री कम है.

अच्छी बारिश के लिए पीपल पेड़ पर किया जलाभिषेक

जलडेगा (सिमडेगा). प्रखंड के टिनगिना गांव में सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं ने बारिश के लिए गांव के पहान ज्ञान साय, सुधवा गोंड व सुरेश धनवार की अगुवाई में पीपल पेड़ पर जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की. मालूम हो कि उक्त क्षेत्र में पहली बारिश के बाद दो सप्ताह से क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही है. फलस्वरूप किसान खेती बाड़ी का कार्य नहीं कर पा रहे हैं. बारिश के लिए महिलाओं ने स्नान कर मंगलवार की अहले सुबह शुद्धि के साथ जल लेकर पीपल वृक्ष पर जलाभिषेक किया. गांव के पहानों की अगुवाई में महिलाओं ने पूजा करते हुए ईश्वर से बारिश के लिए प्रार्थना की. कार्यक्रम में लक्ष्मी देवी, सुमित्रा देवी, अघनी देवी, रूपा देवी, शनियारो देवी आदि शामिल थे.

अच्छी बारिश व फसल के लिए ग्रामीणों ने की जांताड़ पूजा

मुसाबनी (घाटशिला). सुरदा माइंस की तलहटी पर स्थित 12 मौजा की पारंपरिक जांताड़ बोंगा थान में मंगलवार को रीति-रिवाज से पूजा हुई. देहुरी राजेंद्र सबर और नायके गणेश टुडू ने पारंपरिक पूजा कर अच्छी बारिश, फसल और लोगों की सुख-समृद्धि व शांति की कामना की. पूजा में एमएमपीएल की सुरदा माइंस इंचार्ज राजीव सोम, किशुन सोरेन, धनंजय मार्डी, सुभाष मुर्मू, लखन मुर्मू समेत कई कर्मचारी शामिल हुए. सुरदा माइंस के संचालन के लिए प्रार्थना की गयी. पूजा में गोपाल टुडू, सुदर्शन हांसदा, यश मार्डी समेत कई ग्राम प्रधान समेत 12 मौजा के ग्रामीण शामिल हुए. ग्रामीणों के मुताबिक 12 मौजा की जांताड़ पूजा लंबे समय से हो रही है. पूजा में बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के ग्रामीण शामिल हुए.

सावन में बारिश नहीं होने से किसान चिंतित

रामगढ़ के दुलमी, चितरपुर व गोला प्रखंड कृषि बाहुल्य क्षेत्र है. यहां के लोग धान की खेती पर ही आश्रित रहते हैं. सावन का महीना किसानों के लिए वरदान साबित होता है, लेकिन बारिश नहीं होने से किसानों के खेत सूखे पड़े हैं. इसके कारण किसान चिंतित और परेशान हैं. किसानों का कहना है कि आषाढ़ में बिचड़ा तैयार हो जाता था और सावन में धनरोपनी कार्य शुरू हो जाता था. इस क्षेत्र के किसी भी खेत में धनरोपनी का काम शुरू नहीं हो पाया है. किसानों का कहना है कि इस बार मॉनसून देर से पहुंचा है. इसके बाद दो-तीन दिन बारिश होने के बाद लगातार धूप निकल रहा है. बताते चले कि पिछले वर्ष कम बारिश हुई थी. इस वर्ष भी बारिश नहीं होने से तालाब, कुआं, नदी, नाला सूखा पड़ा है. किसान सिंचाई की कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर पा रहे हैं. किसानों ने बताया कि अभी खेतों में मकई, अरहर, बादाम, मडुआ की फसल लगी है. बारिश नहीं होने से इसके पौधे भी प्रभावित हो रहे हैं. किसान जयनंदन महतो ने बताया कि अगर एक - दो दिन में बारिश नहीं होती है, तो धान के बिचड़े बर्बाद हो जायेंगे. किसान हेमलाल महतो ने कहा कि मॉनसून आने के बाद भी क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं हो रही है. उधर, कई किसानों का कहना है कि पर्याप्त मात्रा में धान की फसल नहीं होगी, तो हमलोग पलायन करने को मजबूर होंगे.

यहां बारिश की कमी से सूखने लगे खेत

रानीश्वर (दुमका). लंबे समय से भारी बारिश नहीं होने से किसानों का खेतों में रोपी हुई धान की फसल सूखने लगी है. खेत सूख जाने से मिट्टी में दरारें पड़ने लगी है. वहीं, बहुत से किसान धान रोपनी के लिए खेतों की तैयारी कर चुके थे. भारी बारिश नहीं होने से खेत सूख चुका है.आसनबनी के सपन मंडल ने बताया कि धान रोपनी के लिए जिन खेतों की तैयारी कर चुके थे. भारी नहीं होने से वैसे खेत भी सूखने लगे हैं. मिट्टी पूरी तरह से सूख जाने से फिर से ट्रैक्टर चला कर खेतों को तैयार करना पड़ेगा. किसान प्रदीप मंडल ने बताया कि भारी बारिश होने से ट्रैक्टर चला कर खेतों की जुताई की थी, पर अचानक बारिश बंद हो जाने से खेत सूखने लगा. वहीं, जिन खेतों में धान रोपनी हो गयी थी, वैसे खेत भी पानी के अभाव में सूखने लगे है. जुलाई महीने के दस दिन बीत जाने के बावजूद अच्छी बारिश नहीं होने से सभी किसानों को चिंता सताने लगी है.

बारिश नहीं होने से धान का बिचड़ा झुलसने के कगार पर

मारगोमुंडा (मधुपुर). मानसून की दस्तक देने के बावजूद प्रखंड क्षेत्र में खेती लायक बारिश नहीं होने के कारण किसानों की चिंता बढ़ने लगी है. किसानों की ओर से खेतों में लगाये गये बिचड़े झुलसने के कगार पर पहुंच गये है. वहीं बारिश के कमी के कारण कुछ किसानों ने बिचड़ा बोया भी नहीं है, जबकि बोये गये बिचड़े पानी की कमी के कारण ठीक ढंग से बढ़ नहीं पा रहे हैं. किसानों ने बताया कि मौसम की बेरुखी के कारण कोई जोखिम नहीं लेना चाहते है. बिचड़ा ठीक ढंग से नहीं बढ़ने के कारण किसानों ने खेती की शुरुआत नहीं की है. किसानों ने बताया कि बारिश ठीक ढंग से हुई होती तो अभी तक खेतों की जुताई हो जाती. लेकिन मौसम की बेरुखी व नदी- जोरिया व तालाब का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण कुछ किसानों के लगाये बिचड़े के लिए पटवन करना भी मुश्किल हो गया है. किसानों ने बताया कि उनके जीवन यापन का एक मात्र जरिया खेती है. लेकिन मौसम की मार के कारण किसानों की स्थिति दयनीय हो सकती है.

एक-दो दिन में फिर सक्रिय होगा मानसून

झारखंड में एक-दो दिनों में फिर मानसून सक्रिय हो सकता है. 12 और 13 जुलाई को संताल परगना वाले हिस्सों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. 14 जुलाई को संताल परगना सहित राज्य के मध्य हिस्सों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. इसका असर अगले दो-तीन दिनों तक रहने की उम्मीद है. मौसम केंद्र के वरीय वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार दो दिनों में मानसून फिर से सक्रिय होगा. आज से इसका असर दिखने लगेगा. 16-17 से बारिश का दायरा बढ़ेगा. गर्जन वज्रपात की भी चेतावनी है. एक जुलाई से अब तक राज्य में करीब 168 मिमी बारिश हुई है. अब तक 296 मिमी होनी चाहिए थी. करीब 43 फीसदी कमी है. छह जिलों की स्थिति ज्यादा खराब है.

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