घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बावजूद सत्र दर सत्र सरफराज खान की अनदेखी से उनके पिता की उम्मीदें टूट गयी थीं लेकिन जब गुरुवार को राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ उनके बेटे को टेस्ट डेब्यू की कैप सौंपी गयी तो उनकी आंखों से खुशी के आंसू नहीं रूक रहे थे. सरफराज के पिता और ‘मेंटोर’ नौशाद खान अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके जब इस मध्यक्रम के बल्लेबाज को महान क्रिकेटर अनिल कुंबले से भारतीय टीम की ‘कैप’ मिली. इस विशेष पल के बाद ‘बीसीसीआई डॉट टीवी’ से बात करते हुए नौशाद ने कहा कि सरफराज के मामले से साबित होता है कि उम्मीद की किरण हमेशा होती है.
सरफराज के पिता ने कही यह बात
सरफराज खान के पिता नौशाद ने कहा, ‘पहले जब मैं सरफराज पर कड़ी मेहनत करता था तो मैं सोचता था कि मेरा सपना सच क्यों नहीं होता. लेकिन टेस्ट कैप मिलने के बाद मेरे विचार उन सभी बच्चों के लिए बदल गये जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘रात को बख्त (समय) दो गुजरने के लिए, सूरज अपने ही समय पर निकलेगा.’ नौशाद ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को कड़ी मेहनत, खुद पर भरोसा रखने के अलावा चयनकर्ताओं की बार बार अनदेखी के बावजूद संयमित बने रहने की सलाह दी.
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घरेलू क्रिकेट में सरफराज का कमाल का प्रदर्शन
उन्होंने कहा, ‘जब उसका समय आयेगा तो चीजें अपने आप काम करेंगी. उसका काम बस कड़ी मेहनत करना, संयम बनाये रखना और उम्मीद नहीं छोड़ना था.’ सरफराज ने भी स्वप्निल पदार्पण करते हुए 66 गेंद में 62 रन बनाये, लेकिन गफलत के कारण रन आउट हुए. सरफराज ने साल दर साल घरेलू क्रिकेट में काफी रन जुटाये लेकिन विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट से पहले ही उन्हें पहली बार टीम में शामिल कर लिया गया.
कड़ी मेहनत करने की पिता ने दी सलाह
सरफराज ने दूसरे टेस्ट के मौके पर कहा था, ‘मुझे कब टीम में शामिल किया जायेगा, बार-बार यह सोचकर मेरी आंखों में आंसू आते थे. मेरे अब्बू ने मुझे सिर्फ यही कहा कि कड़ी मेहनत करते रहो, कोई तुम्हें नहीं रोक सकेगा. मुझे लगता है कि भरोसा और संयम रखना बहुत महत्वपूर्ण है.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने एक सपना देखा था कि मेरे भारत ‘ए’ के साथी मुझे बधाई दे रहे हैं. इतनी बड़ी जनसंख्या में से भारतीय टीम में जगह बनना गर्व का पल है. इससे ज्यादा मैं अपने अब्बू के लिए खुश हूं.’
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ध्रुव जुरेल ने भी किया टेस्ट डेब्यू
इस अवसर पर कुंबले ने सरफराज को कैप देते हुए कहा, ‘सरफराज आप जिस तरह से आगे बढ़े उस पर वास्तव में हमें गर्व है. आपने जो कुछ हासिल किया मुझे विश्वास है कि उस पर आपके पिता और परिवार को बहुत गर्व होगा. मुझे पता है कि आपने कड़ी मेहनत की है. यह आपके लंबे करियर की शुरुआत है. आपसे पहले केवल 310 लोग खेले हैं. आपको ढेर सारी शुभकामनाएं.’ सरफराज के अलावा उत्तर प्रदेश के विकेटकीपर ध्रुव जुरेल को भी टेस्ट में पदार्पण कराया गया. जुरेल को पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने टेस्ट कैप सौंपी.