PMCH Redevlopment Project: बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल पीमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल) आने वाले दिनों में बदला-बदला नजर आएगा. यहां इलाज से लेकर, पार्किंग, बिजली, पानी आदि सभी व्यवस्था दुरुस्त नजर आएगी. इसके साथ ही पीएमसीएच में पहला ग्रीन ग्रिड बनने जा रहा है. जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 27 फरवरी को करेंगे.
पीमसीएच में बनेगा पहला ग्रीन ग्रिड
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक ऊर्जा संचरण के क्षेत्र में पीएमसीएच बिहार का पहला ग्रीन ग्रिड होगा. इसके निर्माण के लिए 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके निर्माण हो जाने से पीएमसीएच बिजली के लिए खुद आत्मनिर्भर हो जाएगा. इसके निर्माण में गैस इंसुलेटेड सिस्टम (जीआइएस) का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तकनीक से बिजली के साथ-साथ सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) का भी इस्तेमाल किया जायेगा. साथ ही ऊर्जा संरक्षण पर भी जोर दिया जाएगा. जानकारों के अनुसार यह तकनीक ब्रिटेन और जर्मनी के तर्ज पर इस्तेमाल की जाएगी.
कैसे काम करता है गैस इंसुलेटेड सिस्टम
गैस इंसुलेटेड सिस्टम पूरी तरह से इनडोर है. इस प्रणाली में बड़ी-बड़ी पाइपलाइनें होती हैं जिनमें गैस भरी जाती है. इसमें सब स्टेशन के उपकरण स्थापित किए जाते हैं. इसमें न तो ज्यादा स्टाफ की जरूरत होती है और न ही ज्यादा रखरखाव की. इसे एक कमरे में स्थापित किया जा सकता है. इसे कंप्यूटर या लैपटॉप से नियंत्रित किया जाता है.
20 विभागों की ओपीडी होगी शिफ्ट
27 फरवरी को 20 विभाग की ओपीडी सेवा नए भवन में शुरू हो जाएगी. इसमें इएनटी, आइ, गायनी और कैंसर रोग विभाग को छोड़ बाकी सर्जरी, हड्डी, मेडिसिन, पेडियाट्रिक, इंडोक्राइन, गैस्ट्रो सर्जरी, गैस्ट्रो मेडिसिन, न्यूरो मेडिसिन, न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी आदि सभी 20 विभागों के ओपीडी को शिफ्ट कर दिया जायेगा. जहां मरीजों का इलाज होगा. इसके अलावा यहां मेडिकल स्टोर और सर्जिकल स्टोर, ब्लड बैंक को भी सेंट्रल यूटिलिटी ब्लॉक में शिफ्ट किया जायेगा, जिसका उद्घाटन भी मुख्यमंत्री 27 फरवरी को करेंगे.
क्या होगा फायदा
- पीएमसीएच में बन रहे 5200 बेड के विश्वस्तरीय अस्पताल में बिजली की कमी नहीं होगी.
- गैस इंसुलेटेड सिस्टम (जीआइएस) सब स्टेशन में बारिश आदि का पानी गिरने, आंधी-पानी में प्लास्टिक या फ्लैक्स उखड़कर चिपकने, तार टूटने आदि के मामलों में बिजली नहीं कटेगी. किसी भी आपदा आने पर जीआइएस तकनीक उसे संभाल लेगी.
- जीआइएस पूरी तरह से इनडोर सिस्टम है, जिसमें लगे पाइपों में गैस भरी रहती हैं. इसके लिए न तो अधिक कर्मचारी और नहीं मेंटनेंस की जरूरत पड़ती है.
48 एकड़ में बन रहा 5462 बेड का अस्पताल
पीएमसीएच में पुनर्विकास का काम 48 एकड़ में किया जा रहा है. इसके तहत 5462 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है. प्रथम चरण के तहत 2073 बेड का निर्माण कार्य किया गया है, जिसका उद्घाटन किया जा रहा है. पहले चरण में इस बिल्डिंग में ओपीडी सेवा शुरू होगी, फिर भर्ती का काम शुरू कर दिया जायेगा.
क्या कहते हैं अधीक्षक
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि पीएमसीएच में 27 फरवरी को 20 विभागों की ओपीडी सेवा शुरू कर दी जायेगी, सबकुछ ठीक रहा, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नये भवन का उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा 250 करोड़ रुपये की लागत से ग्रीन ग्रिड, मल्टीलेवल पार्किंग, एमबीबीएस छात्राओं के लिए महिला छात्रावास का शिलान्यास किया जायेगा. ग्रीन ग्रिड बनने के बाद पीएमसीएच बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जायेगा.
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