झरिया में वायु प्रदूषण के खिलाफ झरिया मेन रोड स्थित देशबंधु सिनेमा के समीप 24 घंटे का सत्याग्रह शनिवार से शुरू किया गया. इसके पहले लोगों ने चिल्ड्रेन पार्क जाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद आकर धरना पर बैठ गये. धरना में झरिया के सभी संगठनों के लोग शामिल हैं. रात भर लोग डटे रहे. इस दौरान हस्ताक्षर अभियान भी चलता रहा.धरना में उपस्थित पूर्व बियाडा अध्यक्ष विजय झा ने कहा कि यह सत्याग्रह नहीं, बल्कि भविष्य के जनांदोलन की रूपरेखा है. आप किसी भी जाति-धर्म के मानने वाले क्यों न हों, आपको जीने के लिए शुद्ध हवा चाहिए. सत्ताधारी हो या विपक्ष, सबको शुद्ध हवा चाहिए. झरिया के आसपास में कम से कम 20 एयर क्वालिटी इंडेक्स मॉनीटर लगाना चाहिए. कहा कि लुबी सर्कुलर रोड में डिस्प्ले झरिया प्रदूषण का पैमाना नहीं हो सकता. अगली लड़ाई डीजीएमएस के खिलाफ होनी चाहिए. रांची से आये युगांतर भारती के पर्यावरणविद अंशुल राय ने कहा कि झरिया में व्याप्त वायु प्रदूषण के खिलाफ लंबी लड़ाई की जरूरत है. मानव के मूल अधिकार में सबसे बड़ा अधिकार शुद्ध सांसों का है. इस आंदोलन का मेरा पूरा समर्थन है. झरिया सबसे प्रदूषित शहर में से एक है. इससे निकलने के लिए संघर्ष करना होगा.पर्यावरणविद एमके जमुआर ने कहा कि बीसीसीएल झरिया के साथ अंग्रेजों जैसा बर्ताव कर रहा है. यदि महात्मा गांधी सत्याग्रह के बल पर संघर्ष नहीं करते, तो हम आजाद नहीं होते. बीसीसीएल ने झरिया को तबाह किया है. भाजपा नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि झरिया के लोग इस संघर्ष में साथ दें. यह लड़ाई सबके लिए है. हर घर में लोग प्रदूषण से पीड़ित हैं.
ये भी हैं सत्याग्रह में शामिल
डॉ मनोज सिंह, अखलाक अहमद, राजवधू माधवी सिंह, गोपाल अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, शिवबालक पासवान, शैलेश सिंह चंद्रवंशी, महेंद्र सिंह मीनू, शिवचरण शर्मा, अरुण साव, उमाचरण रजवार, मदन राम, दिलीप आडवाणी, श्रीकांत अम्बष्ट, अशोक प्रसाद वर्णवाल, दिलीप चक्रवर्ती, नारायण चक्रवर्ती, उचित महतो, प्रेम प्रकाश पासवान, मुकेश सिंह, मगधेश कुमार, वीरेंद्र निषाद,सत्यनारायण भोजगढ़िया, मधुसूदन अग्रवाल, पूर्व पार्षद कृष्णा अग्रवाल, राज माली, अशोक पांडेय, कार्तिक हाड़ी, सनोज कुमार, डॉ हैदर, आशिफ इक़बाल, मनीष सिंह, महताब आलम , मुकेश पासवान आदि सैकड़ों लोग थे.