जमशेदुपुर : टाटा स्टील और टाटा स्टील यूआइएसएल अब पार्कों की तरह मैदानों को भी विकसित करेगी. कई मैदान को खुला रखने की तैयारी है. इसके तहत पांच नये मैदान तैयार किये जायेंगे. इनमें जमशेदपुर पूर्वी में तीन और जमशेदपुर पश्चिम में दो खाली जमीन की छोटी घेराबंदी कर मैदान के रूप में विकसित किया जाना है. हाल में यह बात सामने आयी थी कि शहर में कई पार्कों को विकसित कर उसकी घेराबंदी कर ताले लगा दिये जा रहे हैं, जबकि बच्चों को खेलने के लिए खुले मैदान की कमी पड़ती जा रही है. साथ ही सार्वजनिक आयोजन के लिए भी जगह कम पड़ते जा रहे हैं. ऐसी शिकायतों को टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने गंभीरता से लिया और खुले मैदान की जरूरतों के अनुसार प्लान तैयार करने को कहा. फिलहाल पांच मैदान को तैयार करने के लिए एक सर्वे कराया गया है.सर्वे में पाया गया है कि शहर के टाटा लीज एरिया में 143 सामुदायिक मैदान और खेल के मैदान हैं, जिसका लाभ आम लोगों को मिल रहा है. करीब 180 एकड़ में ये मैदान हैं, जो सामुदायिक केंद्रों के साथ लगे हुए हैं. जबकि कई खुले मैदान भी हैं. खुले मैदानों को अतिक्रमणमुक्त करते हुए अब उन्हें बच्चों के खेल के मैदान के लायक बनाने की कोशिश शुरू कर दी गयी है. सर्वे के दौरान यह भी जानकारी ली गयी कि शहर में कितने पार्क बनाये गये हैं और उसका क्या लाभ मिला है.
पार्क बनाये जाने से बढ़ा ग्रीन कवर
सर्वे में पाया गया है कि पार्क बनाये जाने से ग्रीन कवर बढ़ा है. अकेले जुबिली पार्क 174 एकड़ में फैला हुआ है. करीब 400 एकड़ में 48 छोटे- छोटे पार्क बनाये जा चुके हैं. इनमें जमशेदपुर सिटी पार्क, जेएमडी पार्क, कदमा बायोडाइवर्सिटी पार्क, जमशेदपुर नेचर ट्रेल, दलमा व्यू प्वाइंट, सीआरएम बारा और अन्य पार्क शामिल है.
आठ सालों में पांच फीसदी बढ़ी हरियाली
सर्वे के मुताबिक2016 से 2024 तक में हरियाली के एरिया में करीब पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 2016 में करीब 35 फीसदी हिस्से में हरियाली थी जबकि यह बढ़कर 40 फीसदी हो चुकी है. हरियाली का क्षेत्र बढ़ाते हुए खेल के मैदान को कैसे विकसित किया जाये, इस पर काम चल रहा है. टाटा स्टील की प्रवक्ता ने बताया कि एक बैलेंस लाइफ सिटी बनाने की कोशिश हो रही है.