पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस (C V Anand Bose) मंगलवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा इलाके का दौरा करेंगे और उन चार बच्चों के परिवार के सदस्यों से बात करेंगे, जिनकी भारत बांग्लादेश सीमा के पास जल निकासी विस्तार के दौरान मिट्टी का ढेर में कथित तौर पर गिर जाने से मौत हो गई थी. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.उन्होंने बताया कि बोस सोमवार रात किशनगंज के लिए रवाना होंगे और मंगलवार को चोपड़ा पहुंचेंगे. सूत्राें से मिली जानकारी के अनुसार राज्यपाल मंगलवार को चोपड़ा जाएंगे, वह वहां घटना में मारे गए चार बच्चों के परिवार के सदस्यों से बात करेंगे.
12 फरवरी को खुदाई के दौरान मिट्टी का ढेर गिरने से चार बच्चों की हो गई थी मौत
चोपड़ा प्रखंड के चेतनगाछ गांव में 12 फरवरी को खुदाई के दौरान मिट्टी का ढेर गिरने से उसमे दब कर पांच से 12 साल की उम्र के चार बच्चों की मौत हो गई थी. निर्माण कार्य सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा किया गया था. तृणमूल कांग्रेस ने घटना के लिए बीएसएफ को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि उसकी लापरवाही से चारों बच्चों की जान गई.पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य विधानसभा के सत्र में बीएसएफ पर आरोप लगाया था कि खुदाई के लिए उसने स्थानीय प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी.
12 सदस्यीय टीम ने राजभवन में राज्यपाल से की थी मुलाकात
उन्होंने कहा था ‘‘मैं चाहती हूं कि इस मामले में शामिल सभी बीएसएफ कर्मियों को सजा मिले. केंद्र क्या कर रहा है ? मुख्यमंत्री के आरोपों पर बीएसएफ की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है. टीएमसी की 12 सदस्यीय टीम ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी और हादसे की जांच की मांग की थी. उन्होंने बोस से चोपड़ा का दौरा करने का भी आग्रह किया था.पश्चिम बंगाल बाल अधिकार सुरक्षा आयोग के एक दल ने पिछले सप्ताह चोपड़ा का दौरा कर ग्रामीणों और बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात की थी.