इटखोरी : मां भद्रकाली मंदिर परिसर में आयोजित तीन दिवसीय राजकीय इटखोरी महोत्सव का उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने दीप प्रज्वलित कर किया. महोत्सव का शुभारंभ पंडित विपिन मिश्र के स्त्रोत वादन व शंखनाद से हुआ. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने गुब्बारे उड़ाकर महोत्सव का आगाज किया. उद्घाटन करने से पहले श्री सोरेन ने मां भद्रकाली की पूजा अर्चना की. समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि मां भद्रकाली की ख्याति अब दूर दूर तक फैल रही है. चतरा जिला का यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है. इटखोरी में तीनों धर्मों का समागम है. यहां पूजा अर्चना करने के बाद मन को शांति मिलती है. लोगों को कर्म पर विश्वास करना चाहिए.
बिना आस्था कोई मनुष्य नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि जिस तरह आदिवासियों के धार्मिक स्थलों को विकसित किया जा रहा है, उसी तरह सभी समुदाय के धार्मिक स्थलों को सुंदरीकरण कर विकसित किया जायेगा. हमारी गठबंधन की सरकार सभी धार्मिक स्थलों को सुरक्षा प्रदान करेगी. साथ ही उसका कायाकल्प भी किया जायेगा. इस मौके पर मंच पर मंत्री सत्यानंद भोगता, बादल पत्रलेख, सिमरिया विधायक किशुन दास, मुख्यमंत्री के सचिव विनय चौबे, समस्तीपुर के धर्मगुरु स्वामी रविंद्र कृति जी, झारखंड राज्य दिगंबर जैन धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन, बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य नांगजेय दोररजी व प्रधान पुजारी नागेश्वर पांडेय मौजूद थे.
झारखंड को विकास की ओर ले जाना है
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने झारखंड की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि खनिज संपदा से भरा राज्य होने के बाद भी झारखंड पिछड़ा है. यहां के खनिजों का उपयोग कर दूसरे राज्यों का विकास हो रहा है. अब झारखंड को भी विकास की ओर ले जाना है. यहां के मूलवासी को उसका लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में झारखंड में 15 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है. हमारे राज्य में कोई भी परिवार भवनहीन नहीं रहेगा. सभी का अपना पक्का घर होगा. सभी को शिक्षा देंगे. पैसे के अभाव में किसी की पढ़ाई नहीं रुकेगी. हर परिवार में शिक्षा का दीप जलेगा.