Deoghar : जिस माता-पिता के कंधों पर बेटी खेलकर बड़ी हुई थी, मंगलवार को उसी माता-पिता की अर्थी को उसने मुखाग्नि देकर बेटे का फर्ज निभाया. बेटी को माता-पिता के शव को मुखाग्नि देते देख लोगों की आंखें नम हो गयी. आम तौर पर पुरुष प्रधान समाज में बेटा ही माता-पिता को मुखाग्नि देता है, लेकिन इस परंपरा को तोड़ते हुए सिंघवा की रहने वाली सोनम ने ही पिता अनुज कुमार बरनवाल व माता बासमती देवी का संस्कार की. सोमवार की देर रात दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी. मंगलवार की शाम शिवगंगा श्मशान परिसर में अंतिम संस्कार के लिए एक ही चिता पर लिटाये गये दंपती को उनकी दूसरी पुत्री सोनम बरनवाल ने मुखाग्नि दी. परिजनों ने बताया कि दंपती की चार पुत्रियां हैं, जिनमें से बड़ी पुत्री का विवाह चतरो में, दूसरी पुत्री का विवाह जमुआ में, तीसरी पुत्री का विवाह देवघर के कालीराखा मुहल्ला में व चौथी पुत्री का विवाह गिरिडीह के इसरी में हुआ है. घटना की सूचना पाकर तीनों पुत्रियां माता-पिता के घर पहुंच गयी. छोटी पुत्री शारीरिक अस्वस्थता के कारण देवघर नहीं पहुंच सकी. अंतिम संस्कार के दौरान पारिवारिक सदस्यों में विक्रम कुमार, सुमन कुमार, मनीष कुमार, विपिन कुमार बरनवाल, अजय बरनवाल, रमेश बरनवाल, दयानंद बरनवाल सहित दर्जनों की संख्या में बरनवाल समाज के सदस्य उपस्थित थे.
जमीन विवाद में एक व्यक्ति घायल
कुंडा थाना क्षेत्र के ठाढ़ी दुलमपुर में जमीन विवाद को लेकर मारपीट में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के संबंध में घायल किशोर दास ने बताया कि पाटीदार के साथ आये दिन जमीन विवाद को लेकर लड़ाई होती रहती है. इस जमीन पर धारा 144 लगा हुआ है, बावजूद वे लोग काम कर रहे थे. उन्हें रोकने के लिए गया, तो पाटीदार के द्वारा गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडे से मारपीट शुरू कर दी. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना की जानकारी संबंधित थाना की पुलिस को दे दी गयी है.