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Paytm: पेटीएम वॉलेट में अभी भी पड़ा है पैसा! घबराएं नहीं, एक्सपर्ट से जानें अपनी हर समस्या का समाधान

Paytm: लोगों के मन में पेटीएम को लेकर कई सवाल हैं, जिनका जवाब वो खोज रहे हैं. आइए सीए मनीष कुमार गुप्ता से जानते हैं, उनके बारे में.

Paytm: देश की दिग्गज फिनटेक कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर भारतीय रिजर्व बैंक ने सख्त कार्रवाई की है. 15 मार्च के बाद पेटीएम कस्टमर अपने खाते में पैसा जमा नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही, वॉलेट-फास्टटैग और एनसीएमसी कार्ड में भी टॉप अप नहीं कर पाएंगे. हालांकि आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों को बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) से शेष रकम की निकासी या उपयोग की अनुमति बिना किसी प्रतिबंध के दी है. फिर भी लोगों के मन में पेटीएम को लेकर कई सवाल हैं, जिनका जवाब वो खोज रहे हैं. आइए सीए मनीष कुमार गुप्ता से जानते हैं, उनके बारे में.

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क्या-क्या नहीं कर पाएंगे यूजर


आरबीआई की रोक के बाद यूजर अपने पेटीएम वॉलेट में पैसा नहीं जोड़ पाएंगे. इसके साथ ही उससे जुड़े सारे पेमेंट वॉलेट का पैसा खत्म होने के बाद नहीं कर पाएंगे. पेटीएम फस्टैग को एनएचएआई ने अपनी लिस्ट से बाहर कर दिया है. यूजर उसमें पैसा एड नहीं कर पाएंगे. हालांकि, आपके पेटीएम फास्टैग में जबतक पैसा रहेगा तबतक आप आसानी से टोल टैक्स कटा सकते हैं.

आपके पैसे का क्या होगा?


पेटीएम वॉलेट में जमा पैसे को लेकर मनीष कुमार बताते हैं कि वॉलेट के कस्टमर तबतक इसका उपयोग कर सकते हैं, जब तक कि उनकी बैलेंस निल न हो जाये. वे 15 मार्च के बाद इसमें राशि ऐड नहीं कर सकेंगे. अगर आरबीआई नरम नहीं पड़ा तो पेटीएम वॉलेट के लिए टॉप-अप बंद हो जाएगा और इसके माध्यम से लेन-देन नहीं किया जा सकेगा. इसका मतलब ये है कि पेटीएम वॉलेट यूजर्स 15 मार्च तक लेन-देन जारी रख सकते हैं. वहीं, वैसे दुकानदार जिन्होंने पेटीएम मशीन रखी है वे यूपीआई के माध्यम से अपने खाते में पैसा रिसीव नहीं कर पाएंगे. हालांकि, वो अपने वॉलेट में पड़ा पैसा कभी भी निकाल सकते हैं.

यूजर्स के लिए दूसरा ऑप्शन क्या?


सीए मनीष कुमार बताते हैं कि कुछ बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेस कंपनी वॉलेट सर्विस देती हैं. इनमें मोबिक्विक, फोनपे, एसबीआइ, आइसीआइसीआइ बैंक, एचडीएफसी, अमेजन पे प्रमुख हैं. इसी तरह एसबीआइ, एचडीएफसी, आइसीआइसीआइ, आइडीएफसी, एयरटेल पेमेंट्स बैंक जैसे कई बैंक फास्टैग सर्विस देते हैं. यूजर्स अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग या गूगल पे और फोनपे जैसे थर्ड पार्टी ऐप से फास्टैग को रिचार्ज कर सकते हैं. इसके साथ ही, यूपीआई के लिए किसी भी अन्य इंटरफेस पर शिफ्ट कर सकते हैं.

आम बैंक से कैसे अलग है पेटीएम का डिजिटल बैंक?


पेटीएम पेमेंट्स बैंक दूसरे बैंकों से काफी अलग है. पेटीएम पेमेंट बैंक में सिर्फ पैसे जमा किये जा सकते हैं. उनको कर्ज देने का अधिकार नहीं है. ये एक ऐसा बैंक अकाउंट है जिसमें पैसे रखे जा सकते हैं, मगर एटीएम से कैश नहीं निकाल सकते. वन97 कम्युनिकेशंस के पास प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट का लाइसेंस है, जिसे पेटीएम पेमेंट्स बैंक शुरू करने के लिए इस्तेमाल किया गया. आम तौर पर दुकानदारों को जो भुगतान किया जाता है वो उनके पेटीएम पेमेंट अकाउंट में जाता है. फिर वहां से उसे दूसरे बैंक में ट्रांसफर किया जा सकता है. इसके लिए पेटीएम अपने मर्चेंट्स को क्रेडिट प्वाइंट देता है.

कैसे होती है पेटीएम की कमाई


पेटीएम पेमेंट बैंक वॉलेट सर्विस देती है. इस सर्विस में आपको अपने बैंक खाते से पैसा वॉलेट में डालना पड़ता है. अब उदाहरण के लिए आपने खर्च करने के लिए आपने खाते में पांच हजार रुपये डाले. ये पैसा सीधे पेटीएम के पास जमा हो गया. आपके जमा पैसे को पेटीएम निवेश करती है जिससे उसकी कमाई होती है. हालांकि, जब आप वॉलेट से पेमेंट करते हैं तो कंपनी आपके पैसे में से कुछ हिस्सा पे कर देती है. मगर, जितना वक्त पैसा उसके पास रहता है, वो उसपर ब्याज की कमाई कर लेती है. अब इसमें यूजर को फायदा ये होता है कि उसके खाते में हर छोटे-बड़े ट्रांजेक्शन का डिटेल नहीं होता और खाता क्लीन रहता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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