पटना. नीतीश कुमार की नयी सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार होना है. मंत्रिमंडल विस्तार से ठीक पहले बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा सचिवालय की ओर से पत्र जारी कर महेश्वर हजारी का इस्तीफा स्वीकार किये जाने की जानकारी दी गयी है. विधानसभा सचिवालय के पत्र में कहा गया है कि उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने खुद अपने पद का त्याग कर दिया है. जदयू नेता महेश्वर हजारी महागठबंधन सरकार में भी सदन के उपाध्यक्ष थे.
मंत्री बनाये जाने की चर्चा
जेडीयू सूत्रों ने बताया कि महेश्वर हजारी को जल्द ही नीतीश सरकार में मंत्री बनाया जायेगा. इसके कारण ही उन्होंने उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. महेश्वर हजारी पहले भी नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में भवन निर्माण मंत्री रह चुके हैं. फिलहाल सरकार में सिर्फ 9 मंत्री शामिल हैं. बीजेपी की ओर से मंत्रियों के नाम तय नहीं होने के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इसी सप्ताह मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. नये मंत्रिमंडल में महेश्वर हजारी दलित तबके का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं.
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पासवान जाति से आते हैं
महेश्वर हजारी पासवान जाति से आते हैं. जातीय जनगणना की रिपोर्ट बता चुकी है कि बिहार में अनुसूचित जाति के लोगों में सबसे बड़ी आबादी पासवान जाति की है. ऐसे में नीतीश कुमार महेश्वर हजारी को मंत्री बना कर पासवान जाति को लुभाने की कोशिश करेंगे. अब तक चिराग पासवान के कारण पासवान जाति के वोटर नीतीश कुमार के विरोधी माने जाते रहे हैं. महेश्वर हजारी के मंत्री बनने से पूर्व में मंत्री रहे रत्नेश सदा का पत्ता साफ होने के पूरे आसार नजर आने लगे हैं.