पश्चिम बंंगाल में संदेशखाली का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर भाजपा नेता सुकांत मजूमदार (Sukant Majumdar) संदेशखाली थाने के सामने धरना पर बैठ गये है. गुरुवार की दोपहर वे भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और संदेशखलीकांड के आरोपी विकास सिंह के परिवार से मिलने पहुंचे थे. वह वहां से निकल कर थाने चले गये. कथित तौर पर उन्हें पुलिस स्टेशन में प्रवेश करने से रोका गया. इसके बाद सुकांत सड़क पर बैठ गये. आरोप है कि पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें थाने में प्रवेश करने से रोक लिया. इसके बाद सुकांत सड़क पर बैठ गये. सुकांत का कहना है कि जब तक शाहजहां शेख की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक वह यहीं रहेंगे. जरूरत पड़ी तो रात भर भी धरना जारी रहेगा.
सुकांत को कई बार संदेशखाली जाने से रोका गया
आठ दिन पहले 14 फरवरी को सुकांत संदेशखाली जाना चाहता था. उन्हें टाकी में रोका लिया गया. उस दिन सुकांत पुलिस की गाड़ी के बोनट पर चढ़ गये था. इसके बाद वह बीमार पड़ गये. बशीरहाट अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सुकांत को कोलकाता ले जाया गया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कई दिनों से अस्पताल में इलाज चल रहा था. गुरुवार को सुकांत पुनः संदेशखाली में गये. पुलिस ने सुकांत को दोबारा धामाखाली में रोक लिया. उन्हें समूह में संदेशखाली जाने की इजाजत नहीं थी. वह कम से कम एक पार्टी कार्यकर्ता को अपने साथ ले जाना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी तो वह सुरक्षा गार्डों के साथ अकेले ही चले गए.
एनसीएसटी आयोग ने संदेशखाली का किया दौरा
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम गुरुवार की सुबह पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना स्थित संदेशखाली पहुंची. टीम को इस दौरान स्थानीय लोगों से जबरन जमीन पर कब्जा करने और उत्पीड़न की कुल 23 शिकायतें मिली हैं. एनसीएसटी के कार्यकारी अध्यक्ष अनंत नायक ने बताया कि उन्हें एक नेता के खिलाफ शिकायत मिली है, जिसे राष्ट्रपति को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा. संदेशखाली के निवासियों ने एक नेता का नाम लिया है. हम उसे अपनी रिपोर्ट में शामिल करेंगे.हमें अबतक 23 से अधिक शिकायतें मिली हैं. उन्होंने कहा, हम प्राप्त तथ्यों की जानकारी इकट्ठा करेंगे और उसके बाद राष्ट्रपति को रिपोर्ट सौंपेंगे