बशीरहाट: उत्तर 24 परगना के संदेशखाली के झुपखाली में नये सिरे से हंगामा हुआ है. गुस्साये स्थानीय लोगों ने गुरुवार को न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. यौन शोषण और इलाके में जबरन जमीन हड़पने के आरोपी फरार तृणमूल नेता शेख शाहजहां के खिलाफ फिर सड़कों पर उतरकर महिलाओं ने हाथों में लाठी-डंडे लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने फरार तृणमूल नेता शेख शाहजहां और उनके भाई शेख सिराजुद्दीन के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया. एक तालाब (भेड़ी) के पास स्थित फूस की झोपड़ी में आग लगा दी गयी. बताया जाता है कि जलायी गयी झोपड़ी शेख सिराज उर्फ सिराजुद्दीन की थी.
जानकारी के मुताबिक, शेख शाहजहां का भाई शेख सिराजुद्दीन संदेशखाली के बेरमजुर ग्राम पंचायत के झुपखाली का निवासी है. आरोप है कि वह उस गांव की एक जमीन पर कब्जा कर मछली पालन तालाब (भेड़ी) बनाने की कोशिश कर रहा है. ग्रामीणों की शिकायत है कि संदेशखाली के शेख शाहजहां के भाई ने भी खेती की जमीन और लोगों के दुकानों और घरों पर कब्जा किया है. गुरुवार की दोपहर में शेख सिराजुद्दीन की भेड़ी के पास स्थानीय लोग जमा हो गये, जिसमें आगे की पंक्तियों में महिलाएं थीं. इस दौरान सिराजुद्दीन से लोगों की बहस हो गयी. हाथों में लाठियां लेकर महिलाओं ने जब सिराजुद्दीन का विरोध किया और उसकी तरफ दौड़ीं, तो स्थिति को भांपते हुए वह बाइक से मौके से फरार हो गया.
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि शेख शाहजहां और उसका भाई शेख सिराजुद्दीन ने लोगों की जमीन हड़प ली है. उन्होंने उनलोगों का शोषण किया. वे न्याय और अपनी जमीन वापस दिलाने की मांग करते हैं. आरोप है कि उत्तेजित भीड़ ने शेख सिराज की भेड़ी के पास के घर में आग लगा दी. हालांकि लोगों का कहना है कि आग गांव वालों ने नहीं बल्कि शाहजहां के लोगों ने लगायी और लोगों पर आरोप लगाया जा रहा है. इधर, घटना की सूचना मिलते ही बारासात के डीआइजी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवान मौके पर पहुंचे. गुस्साये ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को घेर कर विरोध जताया. उन्होंने शेख सिराजुद्दीन पर एक के बाद एक आरोप लगाये. पुलिस ने कब्जा की गयी जमीन, दुकान, भेड़ी को कब्जे से मुक्त कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद स्थिति सामान्य हुई. घटना को लेकर संदेशखाली में एक बार फिर तनाव को देखते हुए अशांति को रोकने के लिए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है.