पटना. वर्षों से वेतनमान और स्थानीय नौकरी की मांग कर रहे ग्राम रक्षा दल के सदस्यों पर शुक्रवार को जमकर लाठियां बरसायी गयी. लाठी चार्ज में 13 लोग जख्मी हो गये, जिसमें 10 लोग गंभीर रूप से घायल, दो लोगों का सिर फुट गया और एक का हाथ टूट गया है. इसके अलावा अन्य चोटिल सदस्य अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं. दरअसल ग्राम रक्षा दल के सैकड़ों सदस्य वेतनमान और स्थानीय नौकरी की मांग को लेकर बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे. वहां धरना प्रदर्शन करने लगे. धरना की सूचना मिलते ही मौके पर कोतवाली थाने की पुलिस दल-बल के साथ पहुंची और सभी को हटाने का प्रयास करने लगी. काफी समझाने के बाद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं हटे तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया.
कई महिलाएं हुईं चोटिल
भीड़ पर अचानक हुए लाठी चार्ज होते ही भगदड़ मच गयी. सभी इधर-उधर भागने लगे. पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर सदस्यों पर लाठियां बरसायी. प्रदर्शन में शामिल कई महिलाएं भी चोटिल हो गयी. मौके पर डीएसपी लॉ इन ऑर्डर व अन्य पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद थे. बीजेपी कार्यालय के पास करीब 500 की संख्या में ग्राम रक्षा दल के लोग पहुंचे थे. पुलिस ने सभी को गर्दनीबाग धरना स्थल पर जाने को कहा है. लाठीचार्ज के बाद सभी प्रदर्शनकारी बीजेपी दफ्तर के पास से हटकर गर्दनीबाग धरना स्थल पर चले गये. थानाध्यक्ष ने बताया कि करीब एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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डिप्टी सीएम ने मिलने बुलाया था, इसलिए आये थे : प्रदेश अध्यक्ष
ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष सिकंदर पासवान ने बताया कि दो दिन पहले अपनी मांगों को लेकर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से बात हुई थी. उन्होंने कहा था कि जल्द ही आपकी मांगों को पूरा किया जायेगा. इसी बात को लेकर उनसे मुलाकात करने हमलोग बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे. दल के सभी सदस्य पुलिस को समझाते रहे कि हमलोगों को सिर्फ बात करना है. शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे हैं, लेकिन पुलिसकर्मियों ने एक न सुनी और लाठीचार्ज कर दिया. यही नहीं प्रदेश अध्यक्ष ने महिलाओं के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया है.
पंचायत प्रतिनिधियों की तरह काम तो उनके जैसा लाभ क्यों नहीं
रक्षा दल का कहना है कि पंचायत के समस्त प्रतिनिधियों के तहत हम सभी सदस्य भी कार्य करते हैं. इसलिए उन्हें मानदेय, दैनिक भत्ता दिया जाए. हमलोगों को पंचायत प्रतिनिधियों की तरह लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा है? बिहार चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी में प्राथमिकता, लाठी, टॉर्च और वर्दी दिया जाए. इसके साथ जीवन सुरक्षा और अन्य राज्य की तरह सारी सुविधाएं दी जाएं. हम लोगों की सिर्फ एक मांग है सरकार वेतनमान देना शुरू करें और नौकरी स्थाई की जाए. यह मांग हम लंबे समय से करते आ रहे हैं, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिलता है.