रांची : होटवार स्थित मेधा डेयरी प्लांट में हर दिन दो लाख लीटर दूध को पाउडर बनाया जायेगा. साथ ही प्रोडक्ट प्लांट में कुल 34 तरह के दुग्ध उत्पाद तैयार होंगे. इसमें टेट्रा पैक में उत्पाद भी तैयार होगा. खास बात यह है कि टेट्रा पैक वाले दूध और लस्सी को कमरे के तापमान पर 180 दिनों यानी छह माह तक सुरक्षित रखा जा सकेगा. प्रोडक्ट प्लांट में काजू कतली, चमचम, रसमलाई, मैसूर पाक आदि आइटम बनेंगे.
18 माह में तैयार होगा प्लांट :
होटवार स्थित पाउडर प्लांट, प्रोडक्ट प्लांट, गिरिडीह और जमशेदपुर का प्लांट 18 महीने में तैयार हो जायेगा. एनडीडीबी और झारखंड मिल्क फेडरेशन इसे तैयार करायेगा. गिरिडीह का मिल्क प्लांट 8़ 73 एकड़ और जमशेदपुर का प्लांट आठ एकड़ में बनेगा. गिरिडीह और जमशेदपुर प्लांट चालू होने पर लगभग 30 हजार किसानों को फायदा होगा. जबकि, अप्रत्यक्ष रूप से 200 से 250 लोगों को रोजगार मिलेगा.
झारखंड में कुल सात प्लांट :
झारखंड में वर्तमान में मेधा डेयरी के कुल सात प्लांट हैं. इनमें रांची के होटवार, साहिबगंज, सारठ, पलामू, कोडरमा, लातेहार और देवघर शामिल हैं़ वर्तमान में मेधा डेयरी हर दिन 2़ 40 लाख लीटर दूध प्रोसेस कर रही है.
होटवार स्थित पाउडर प्लांट, प्रोडक्ट प्लांट, गिरिडीह और जमशेदपुर का प्लांट 18 माह में तैयार हो जायेगा. प्लांट चालू होने के बाद ग्राहकों को मेधा डेयरी के कई नये उत्पाद मिलेंगे.
सुधीर कुमार सिंह, एमडी, मेधा डेयरी