संदीप सावर्ण, जमशेदपुर : झारखंड में जेएसएससी-सीजीएल पेपर लीक का मामला सुर्खियों में है. विधानसभा में विपक्ष सदन बाधित कर रहा है. सरकार पर सीबीआई जांच का दबाव बनाया जा रहा है. लेकिन सबके बावजूद परीक्षा को लेकर अभी भी गंभीरता नहीं बरती जा रही है. मंगलवार को जब झारखंड एकेडमिक काउंसिल की 11वीं की परीक्षा शुरू हुई, तो पता चला कि परीक्षा केंद्र पर तीन दिन पहले ही प्रश्न पत्र पहुंच गये थे. परीक्षा के लिए होम सेंटर बनाये गये थे और परीक्षा केंद्राधीक्षक को सभी प्रश्न तीन दिन पहले ही पहुंचा दिये गये थे.
क्या है जैक की गाइडलाइन
झारखंड एकेडमिक काउंसिल का स्पष्ट गाइडलाइन है कि प्रश्न पत्र स्ट्रांग रूम के साथ-साथ सभी बीआरसी पर बीइइओ की निगरानी में रखे जायेंगे. परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पूर्व प्रश्न पत्र केंद्र पर पहुंचाने व वीडियोग्राफी कर उसे खोलने का निर्देश दिया गया है ताकि पेपर लीक की कहीं से भी शिकायत न आये.
जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर पहुंचाया गया प्रश्नपत्र
बताया जाता है कि जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर तीन दिन पहले ही परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र पहुंचा दिया गया. इससे परीक्षा की गोपनीयता भंग होने तथा पेपर लीक की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है.
दो पाली में हुई परीक्षा :
मंगलवार को पहली पाली में साइंस व कॉमर्स के लिए कोर लैंग्वेज ( हिंदी व अंग्रेजी ) के साथ ही एचएनबी व एमबी की परीक्षा हुई. जबकि दूसरी पाली में आट्र्स के परीक्षार्थियों के लिए हिंदी व अंग्रेजी की परीक्षा हुई. परीक्षा का समापन 29 फरवरी को होगी.
गौरतलब है कि इससे पूर्व जमशेदपुर में जैक की ओर से ली गयी बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के भी पेपर लीक टेलीग्राम पर वायरल होने की खबरें आ चुकी हैं. पूरे मामले की जांच की जा रही है.
मेरे ज्वाइन करने से पूर्व का है मामला, संज्ञान में आते ही प्रश्न पत्र वापस मंगवाया : मनोज कुमार
वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने ‘प्रभात खबर’ से बात करते हुए कहा कि परीक्षा से तीन दिन पूर्व ही प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र पर पहुंचने की जानकारी मिली है. यह कैसे हुआ, इसकी जानकारी नहीं है. मनोज कुमार ने कहा कि उनके ज्वाइन करने से पूर्व ही प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र पर भेज दिये गये थे. यह किसके आदेश पर हुआ, यह जांच का विषय है. मामले की जानकारी मिलने के साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों से प्रश्न पत्र को वापस मंगवा कर बीआरसी में सुरक्षित रखा गया है. लेकिन, यह जब तक होता तब तक पहले दिन की परीक्षा ली जा चुकी थी.
क्लर्क की वजह से हुई : निर्मला बरेलिया
पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी व वर्तमान में कोल्हान की क्षेत्रीय संयुक्त शिक्षा निदेशक निर्मला बरेलिया ने कहा कि जब वह जिला शिक्षा पदाधिकारी थीं उस वक्त उन्होंने परीक्षा संचालन को लेकर कई आदेश दिये थे. उसी में क्लर्क की गलती से प्रश्न पत्र बीआरसी के बजाय परीक्षा केंद्र पर पहुंच गया.
गंभीर मामला है, जांच होगी : जैक सचिव
जैक के सचिव सच्चिदानंद तिग्गा ने कहा कि परीक्षा की गोपनीयता बरकरार रखना अहम जिम्मेदारी है. स्पष्ट निर्देश के बावजूद सभी परीक्षा केंद्रों पर तीन दिन पहले प्रश्न पत्र पहुंच जाना घोर लापरवाही व गंभीर मामला है. इसकी जांच की जायेगी. दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी.