रांची: सदर थाना के पूर्व थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत, सब इंस्पेक्टर और एएसआइ के खिलाफ आदिवासी महिलाओं के साथ गाली-गलौज करने और जातिसूचक शब्दों से संबोधित करने के आरोप में एससी-एसटी थाना में केस दर्ज किया गया है. केस शांतिनगर, गढ़ा टोली निवासी महिला मीणा देवी की शिकायत पर दर्ज किया गया है. हालांकि, इस केस का अनुसंधानक सदर थाना के एक सब इंस्पेक्टर को बनाया गया है.
शिकायतकर्ता महिला के अनुसार, वह जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण सह कब्जा रुकवाने के लिए अन्य महिलाओं के साथ 22 फरवरी को सदर थाना गयी थी. वहां सदर थाना की पुलिस ने कहा कि आपलोग घर जाइये, काम रुक जायेगा. विवादित स्थल पर जाने के बाद महिला ने देखा कि वहां काम नहीं रुका है. इसके बाद थाना द्वारा वहां पीसीआर को भेजा गया. काम नहीं रुकने की स्थिति में वहां विवाद होने लगा.
शिकायतकर्ता महिला के अनुसार, घटनास्थल पर विवाद बढ़ने पर पुलिस जबरन कुछ लोगों को निर्माण कार्य स्थल से लेकर थाना पहुंची. शिकायतकर्ता महिला के अनुसार जब वह थाना पहुंची, तब उन्होंने देखा कि अवैध कब्जा करनेवाले दलाल पहले से सदर थाना पहुंचे हुए हैं.
तब शिकायतकर्ता महिला के सदर थाना पहुंचते ही सदर थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत, वहां तैनात सब इंस्पेक्टर, एएसआइ गाली-गलौज करते हुए महिला के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे. साथ ही जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते हुए कहा कि नेता बन गये हैं. इसके बाद गाली-गलौज करते हुए थाना से भगा दिया. शिकायतकर्ता महिला के अनुसार इस बात का उनके पास वीडियो के रूप में प्रमाण भी मौजूद है.