लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा (BJP) अब सीट शेयरिंग और उम्मीदवारों के नामों पर मंथन शुरू कर चुकी है. इस सिलसिले में पार्टी की केंद्रीय चुनाव कमेटी की पहली बैठक भी गुरुवार को दिल्ली में हुई. इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत समिति के अन्य सदस्य इस बैठक का हिस्सा बने. उम्मीद है कि भाजपा जल्द ही लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगी. इस सूची में पीएम मोदी समेत अन्य दिग्गज नेताओं के नाम हो सकते हैं. वहीं बिहार में भी अब भाजपा के उम्मीदवारों के नामों को लेकर कवायद शुरू हो गयी है.
संभावित उम्मीदवारों की होगी पहचान, इनका टिकट कट सकता है..
बिहार के लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा के संभावित उम्मीदवारों की पहचान की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दी गयी है. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी से जुड़े सूबे के वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक बनाते हुए संभावित उम्मीदवारों की सूची प्रदेश चुनाव समिति को सौंपने का निर्देश दिया है. खासकर जिस सीट पर भाजपा के सांसद हैं, उन संसदीय क्षेत्रों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये हैं. कई संसदीय क्षेत्रों में तो पर्यवेक्षक पहुंच भी गये हैं. जिस सांसद के खिलाफ शिकायत होगी और कार्यकर्ता उनसे नाराज होंगे, उन्हें टिकट से वंचित किया जा सकता है.
भाजपा ने पर्यवेक्षक नियुक्त किए., ऐसे होगा प्रत्याशी का चयन..
सभी 17 सांसदों का फीडबैक लेने, संभावित उम्मीदवारों के बारे में जानकारी लेने के लिए 17 पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये हैं. पर्यवेक्षक अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में कोर कमेटी, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, विधानसभा प्रभारी, प्रदेश व केंद्र के पदाधिकारी, वरिष्ठ पार्टी नेताओं से मिलकर बातचीत करेंगे. पर्यवेक्षकों को यह छूट दी गयी है कि वे संभावित हर उम्मीदवार का नाम चुनाव समिति को दें. प्रदेश चुनाव समिति सभी नामों में से तीन का चयन करेगी. चयनित तीन नामों की सूची ही केंद्रीय चुनाव समिति को भेजी जायेगी.
भाजपा के इन नेताओं को मिली जिम्मेवारी..
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सांसद विवेक ठाकुर को दरभंगा, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को शिवहर, विधान पार्षद अनिल शर्मा को महाराजगंज, पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन को मोतिहारी, पूर्व विधायक प्रेमरंजन पटेल को पाटलिपुत्रा, सांसद राधामोहन सिंह को आरा, विधान पार्षद राजेंद्र गुप्ता को बक्सर, राजेंद्र सिंह को पटना साहिब, सांसद संजय जायसवाल को औरंगाबाद, सांसद सतीश दूबे को सासाराम का पर्यवेक्षक बनाया गया है.
सीट शेयरिंग पर अब लगने लगी मुहर..
गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अब राज्यों में सीट बंटवारे का फार्मूला भी तय होने लगा है. असम में भाजपा व उसके सहयोगी दलों के बीच समझौता हो चुका है. भाजपा असम में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जबकि एनडीए के घटक दल अगप को दो और यूपीपीएल को एक सीट दिया गया है. बिहार में जदयू फिर से एनडीए के साथ आयी है. इस बार सीटों का बंटवारा किस समीकरण के तहत एनडीए में होगा, इसपर फाइनल मुहर लगना बाकि है. बता दें कि चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय फोर्स की तैनाती की कवायद भी शुक्रवार से शुरू होने जा रही है.