कोलकाता,विकास कुमार गुप्ता : पश्चिम बंगाल के कई बस संगठनों ने 18 से 20 मार्च तक हड़ताल पर जाने की घोषणा की है. संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि 15 वर्ष पुरानी बसों को रद्द करने के खिलाफ हड़ताल बुलायी गयी है. संगठन की तरफ से परिवहन भवन अभियान (Transport Bhawan Campaign) किया गया था. इस दौरान परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती से मुलाकात कर उन्हें अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा गया.बता दें कि महानगर एवं आसपास के इलाकों में प्रदूषण कम करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 15 साल पुराने वाहनों को रद्द करने का निर्देश दिया है. बस मालिकों का कहना है कि इस साल जुलाई तक सैकड़ों बसें 15 साल पुरानी हो जायेंगी. ऐसे में राज्य की सड़कों से बड़ी संख्या में निजी बस एवं टैक्सियां गायब हो जायेंगी. इस फैसले का ही हम विरोध कर रहे हैं.
15 वर्ष पुरानी बसों को रद्द करने के फैसले का विरोध
सेव द पब्लिक ट्रांसपोर्ट कमेटी में शामिल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के सचिव तपन बनर्जी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान करीब दो से ढाई साल तक सड़कों पर अधिकतर प्राइवेट बसें नहीं चलीं. सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए हमने परिवहन विभाग से 15 साल पुराने वाहनों को रद्द करने अवधि कम से कम दो वर्ष तक बढ़ाने की मांग की है. लेकिन परिवहन विभाग ने इस पर अब तक कोई अहम निर्णय नहीं लिया है. उन्हें हम अगले 15 दिन का समय और दे रहे हैं. अगर इसके बावजूद भी सरकार की तरफ से कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया तो आगामी 18 से 20 मार्च तक पूरे राज्यभर में बस हड़ताल शुरू होगा.पश्चिम बंगाल बस एंड मिनी बस ओनर्स एसोसिएशन, बंगाल बस सिंडिकेट, मिनी बस ऑपरेटर्स समन्वय समिति संयुक्त रूप से इंटर इंट्रा रीजन बस एसोसिएशन ने एक साथ 72 घंटे की बस हड़ताल बुलायी है.
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