भागलपुर में सन्हौला थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय फरीदमपुर के नियोजित शिक्षक सुनील कुमार की पंचायत के मुखिया पुत्र ने बुरी तरह पिटाई कर दी. सुनील कुमार को इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच मायागंज में भर्ती कराया गया है. घटना 28 फरवरी की है. वहीं जख्मी शिक्षक ने बताया कि मुखिया पुत्र की दबंगई की वजह से उन्होंने जख्मी होने व अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी विभाग के पदाधिकारियों को अबतक नहीं दी थी. इधर, शिक्षक संघ में मुखिया पुत्र की इस दबंगई को लेकर आक्रोश है.
जख्मी शिक्षक ने घूस नहीं देने पर मारपीट का लगाया आरोप
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल, मायागंज में भर्ती शिक्षक सुनील कुमार की मानें तो 27 फरवरी को मुखिया पुत्र संतोष कुमार बार बार उसे घर पर बुला रहा था. कॉल का जबाब नहीं देने पर ऑडियो मैसेज किया गया. 28 फरवरी को जब वह मुखिया पुत्र के दुकान पर गये तो वहां उस पर स्कूल नहीं आने का आरोप लगाया गया. जब बताया गया कि वह सुबह शाम रोज सेल्फी भेज रहा है तो उसके स्कूल नहीं आने का सवाल ही नहीं उठाता है. शिक्षक ने मुखिया पुत्र पर पांच हजार रुपया घूस मांगने का आरोप लगाया है. शिक्षक ने कहा कि घूस का विरोध करने पर मुखिया पुत्र ने सीसीटीवी बंद कर लाठी-डंडे से उसकी पिटाई कर दी. जिससे उसका हाथ पैर बुरी तरह से चोटिल हो गया है. शिक्षक ने बताया कि पिटाई से उनका हाथ टूट गया है.वो उसी दिन सदर अस्पताल पहुंचे जहां से उन्हें मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां वो अभी भर्ती हैं.
आक्रोश में स्कूल बंद कराया गया..
घटना की सूचना विद्यालय के प्रधानाध्यापक जुगेश कुमार ने शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से लिखित रूप से अवगत कराया है. मामले के विरोध में शिक्षा समिति ने दो मार्च को स्कूल को बंद रखा. विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि जब तक इस मामले में कोई ठोस निदान नहीं निकाला जाता है तब तक विद्यालय को बंद रखा जाएगा. मामले से प्रधानाध्यापक जुगेश कुमार ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित रूप से अवगत कराया है.
मुखिया ने भी रखा अपना पक्ष..
इधर, मुखिया गीता देवी ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत थी कि शिक्षक सुनील कुमार समय से पहले ही स्कूल से चले जाते थे. दीवार फांदकर वो भागते थे. जब शिक्षक को बुलाकर उनके बेटे ने कहा कि ये आप गलत कर रहे हैं तो उन्होंने बेहद आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया. शिक्षक पर धमकी देने का भी आरोप लगाया. वहीं मुखिया ने मारपीट का आरोप और रिश्वत मांगने के दावे से इंकार किया. जबकि मुखिया प्रतिनिधि अजय मंडल ने कहा कि ग्रामीणों के आग्रह पर मुखिया पुत्र विद्यालय पहुंचे थे.सुनील कुमार अनुपस्थित थे. शिक्षक सुनील कुमार से फोन पर संपर्क मिलने की बात कही. जयखुट चौक पर शिक्षक मुखिया पुत्र से मिलने पहुंचा. कहा गया है कि बातचीत के दौरान शिक्षक ने मुखिया के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की. जिस वजह से मारपीट हुई.
बोले बीइओ..
इधर मामले को लेकर बीइओ अजेश्वर पांडेय ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि शिक्षक के साथ मारपीट हुई है. पूरे मामले की जानकारी जुटायी जा रही है. मुखिया को कोई अधिकार नहीं है कि वो शिक्षक से मारपीट करे. अगर उपस्थिति को लेकर कोई शिकायत है तो उससे विभाग को अवगत वो कराएंगे और विभाग अगर शिक्षक को दोषी पाते तो कार्रवाई होती. लेकिन इसतरह मारपीट करना कहीं से सही नहीं है. वरीय पदाधिकारी को इस मामले में अवगत कराएंगे. विद्यालय बंद नहीं होगा. जरूरत पड़ी तो फरीदमपुर भी जाएंगे.