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एससी-एसटी एक्ट में दर्ज केस में ईडी अफसरों को बड़ी राहत, पीड़क कार्रवाई पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक

दिल्ली में हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर हुई छापेमारी और वहां से बीएमडब्ल्यू कार एवं 36 लाख रुपए जब्त किए जाने की ईडी की कार्रवाई के खिलाफ झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने रांची के एससी-एसटी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.

प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज कराई गई शिकायत मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने यह राहत प्रदान की. जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अफसरों के खिलाफ किसी भी पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी है.

रांची में एससी एसटी थाने में हेमंत सोरेन ने की थी शिकायत

दिल्ली में हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर हुई छापेमारी और वहां से बीएमडब्ल्यू कार एवं 36 लाख रुपए जब्त किए जाने की ईडी की कार्रवाई के खिलाफ झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने रांची के एससी-एसटी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने कहा था कि उनकी अनुमति के बगैर ईडी के अधिकारियों ने उनके दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की.

छवि धूमिल करने का झामुमो नेता ने लगाया था ईडी पर आरोप

हेमंत सोरेन ने ईडी के अफसरों पर आरोप लगाया था कि उनकी छवि को धूमिल करने के लिए उनके खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई की है. बता दें कि हेमंत सोरेन ने रांची के एसटी-एससी थाना में रांची जोनल ऑफिस के 4 अफसरों कपिल राज, देवव्रत झा, अनुपम कुमार और अमन पटेल को नामजद किया था. साथ ही अज्ञात अधिकारियों को भी उन्होंने आरोपी बनाया था.

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27 और 28 जनवरी को दिल्ली में थे हेमंत सोरेन

हेमंत सोरेन ने अपनी लिखित शिकायत में कहा था कि 27 और 28 जनवरी 2024 को वह किसी काम से नई दिल्ली गए थे. इस दौरान वह 5/1 शांति निकेतन स्थित अपने सरकारी आवास में ठहरे थे. 29 जनवरी 2024 को उन्हें मालूम हुआ कि ईडी के कुछ अफसर उनके आवास की तलाशी लेने के लिए पहुंचे थे. जो ईडी अधिकारी उनके घर गए थे, उनमें देवव्रत झा, कपिल राज, अनुपम कुमार और अमन पटेल शामिल हैं.

मुझे बगैर सूचना दिए ईडी ने दिल्ली में मेरे आवास की तलाशी ली

झामुमो नेता ने अपनी शिकायत में कहा था कि उनको जानकारी दिए बगैर ईडी के अफसरों ने उनके आवास की तलाशी ली. साथ ही एसटी एससी थाने को यह भी बताया कि इन्हीं अधिकारियों ने उनसे (हेमंत सोरेन से) कहा था कि 29 से 31 जनवरी 2024 के बीच रांची में पूछताछ करना चाहते हैं. इसके बाद मीडिया में कई तरह की खबरें आईं, जिससे मेरी छवि धूमिल हुई. मुझे लगता है कि ये खबरें ईडी के अधिकारियों ने ही फैलाई होंगी. इसका मकसद मुझे बदनाम करना है.

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न बीएमडब्ल्यू कार मेरी है, न मेरे पास कोई अवैध धन है

हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि मुझे बदनाम करने के लिए कई और खबरें मीडिया में फैलाई गईं. इसमें मेरे घर से बीएमडब्ल्यू कार का बरामद होना और मेरे दिल्ली स्थित आवास से 36 लाख रुपए की बरामदगी का मामला शामिल है. उन्होंने कहा कि न तो बीएमडब्ल्यू कार मेरी है, न ही उनके पास कोई अवैध धन है. झामुमो नेता ने कहा कि जिन लोगों ने उनके घर छापेमारी की, उनमें से कोई भी अधिकारी एससी या एसटी वर्ग से नहीं आते. इन्होंने सिर्फ मेरी छवि को धूमिल करने के लिए ये सारी कार्रवाई की है.

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