गिरिडीह, राकेश सिन्हा : कल्पना सोरेन ने कहा है कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार को एक साजिश के तहत गिराने का प्रयास किया गया. उन्हें झुकाने में वे सफल नहीं हो पाए. हेमंत सोरेन को जेल में डालकर झारखंडियों के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ किया गया. झारखंडियों के स्वाभिमान व आत्मसम्मान को जेल में डाला है. इसका करारा जवाब मिलेगा.
यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का. वह गिरिडीह झंडा मैदान में झामुमो के जिला स्थापना दिवस पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहीं थीं. सार्वजनिक राजनीतिक जीवन में आने की घोषणा के साथ उन्होंने भावपूर्ण भाषण दिया.
कल्पना सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन को षड्यंत्र रचकर जेल भेजा गया है. विरोधियों की सोच काफी घटिया है. दिल्ली वालों के अंदर दिल धड़कता ही नहीं है. वे आदिवासियों, दलितों व अल्पसंख्यकों को कीड़ा समझते हैं. जब सरकार नहीं झुकी, तो हेमंत सोरेन को कुर्सी छोड़ने के लिए बाध्य किया गया.
कल्पना सोरेन ने कहा कि सरकार में शामिल लोगों ने उनकी साजिश को सफल नहीं होने दिया और उन्हें परास्त किया. कल्पना ने कहा कि झारखंडी टूटेंगे नहीं और झारखंड झुकेगा नहीं. कहा कि हेमंत सोरेन का अपराध क्या था?
उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा में पिछड़ों के लिए पारित 27 प्रतिशत आरक्षण दिलाना या 1.36 लाख करोड़ रुपए का बकाया मांगना. या सरना धर्म कोड को लागू करना. या स्थानीय नीति लागू करवाना या किसानों का ऋण माफ कराना.
बहू का प्यार दिया, अब बेटी बनने को तैयार हूं
कल्पना सोरेन ने कहा कि आपका प्यार और स्नेह देखकर आज मुझे ताकत मिल रही है. 3 मार्च को मेरा जन्मदिन था. मैं जेल गयी थी. वहां भी हेमंत सोरेन जी ने मेरे कंधे पर हाथ रखकर कहा कि कभी घबराना नहीं.
आज आपलोगों ने भी घबराना नहीं का नारा देकर मुझे ताकत दी है. ढोल-नगाड़े की आवाज सुनकर महसूस होता है कि आपलोग हेमंत सोरेन को दिल में रखते हैं. आपलोगों ने मुझे बहू का प्यार दिया है. मैं बेटी बनने के लिए तैयार हूं.
लोगों में आक्रोश है, मेरे तन-मन में भी आग लगी है.
कल्पना सोरेन ने कहा कि वर्ष 2019 में विधानसभा का चुनाव हुआ. जनादेश मिलने के बाद हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी. तभी से इसे गिराने की साजिशें रची जा रहीं थीं. लोगों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है. मेरे तन-मन में भी आग लगी हुई है.
भाषण के दौरान कई बार छलके आंसू, लोग हुए भावुक
भाषण के दौरान कल्पना सोरेन की आंखों से कई बार आंसू छलके. कहा कि मैं भारी मन से आपके सामने खड़ी हूं. एक पिता के रूप में मेरे ससुर व मेरी सासू मां चिंतित हैं. उनकी तबीयत भी इन दिनों खराब है.
कल्पना ने कहा कि मुझे लगा था कि मैं आंसू रोक लूंगी, लेकिन आपका प्यार देखकर मैं अपने आंसू नहीं रोक पा रही. उनकी आंखों में आंसू देख वहां मौजूद लोग भी भावुक हो गये और आक्रोशपूर्ण नारेबाजी शुरू कर दी.
कल्पना सोरेन के आंसू देख गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी खुद को रोक नहीं पाये. माइक लेकर नारे लगाने शुरू कर दिए. कहा- जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा. शिबू सोरेन मत घबराना, तेरे साथ है पूरा जमाना…