देवघर: झारखंड के देवघर जिले में साइबर थाने की पुलिस ने कुंडा थाना क्षेत्र के उजाला चौक के समीप सहित पाथरौल थाना क्षेत्र के चेतनारी व बुढ़ीकुरा गांव में और देवीपुर थाना क्षेत्र के खड़कुआं गांव में छापेमारी अभियान चलाया. बिजली विभाग के फर्जी पदाधिकारी बनकर ग्राहकों को झांसे में लेने के बाद ठगी करने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से आठ मोबाइल फोन व 12 सिमकार्ड बरामद किये हैं. इनके पास से बरामद फोन व सिमकार्ड खंगालने पर विभिन्न राज्यों में हुए 22 क्राइम के लिंक मिले हैं.
पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपितों में सारठ के पथरड्डा ओपी क्षेत्र के बरदेही गांव निवासी आकाश कुमार सहित पाथरौल थाना क्षेत्र के चेतनारी गांव निवासी मो अमीरुल हसन, अमीरुल अंसारी, पथरा गांव निवासी नुनुराम दास, बुढ़ीकुरा गांव निवासी पप्पू कुमार दास, जाहिद अंसारी व देवीपुर थाना क्षेत्र के खड़कुआं गांव निवासी कैलाश दास शामिल हैं. पुलिस मीडिया सेल के मुताबिक, आकाश को पुलिस ने कुंडा थानांतर्गत उजाला चौक के समीप से गिरफ्तार किया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने अपराध में संलिप्तता स्वीकार ली है. बताया कि, वे बिजली विभाग के फर्जी अधिकारी बनकर यूजर्स को झांसे में लेते हैं और एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट जैसे मोबाइल स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड कराकर बैंक डिटेल्स प्राप्त करने के बाद ठगी करते हैं.
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फर्जी अधिकारी बनकर करते थे ठगी
साइबर अपराधी फोन-पे व पेटीएम का फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को कैशबैक का झांसा देकर फोन-पे गिफ्ट कार्ड क्रियेट कराकर डिटेल्स प्राप्त करने के बाद ठगी करते थे. विभिन्न बैंकों के अधिकारी बनकर एटीएम बंद होने व चालू कराने का झांसा देकर ठगी करते थे. इसके साथ ही फर्जी क्रेडिट कार्ड पदाधिकारी बनकर केवाइसी अपडेट का झांसा देकर उपभोक्ताओं के एकाउंट से ठगी कर लेते हैं. गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश कराया व कोर्ट के निर्देश पर जेल भेज दिया गया.
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