Bihar News कोसी इलाके में आग ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. मंगलवार को इस मौसम की पहली बड़ी घटना सुपौल में घटी जिसमें चार वार्डों के 200 से अधिक घर जल गये, वहीं सहरसा में भी दो जगहों पर भीषण आग लगने के कारण दर्जनों दुकान व घर राख हो गये.
सुपौल सदर थाना क्षेत्र के घुरन पंचायत में मंगलवार की दोपहर अचानक आग लग गयी. मो सुलतान के घर से निकली चिंगारी देखते ही देखते आसपास के लोगों के घर को अपने आगोश में ले लिया. जिससे आग विकराल रूप धारण कर लिया. जब तक लोग समझ पाते तब तक आग एक वार्ड से दूसरे व तीसरे वार्ड में फैल चुकी थी.
घर से निकलता आग के गोले को देख लोगों का दिल दहलने लगा. लोग अपने बाल बच्चे को लेकर इधर उधर भागने लगे. जिस कारण घटना स्थल पर अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया. कोसी तटबंध के भीतर बसे इस गांव में मंगलवार की दोपहर तेज धूप के साथ जोरों की पछिया हवा चल रही थी. जो आग को धधकने में घी का काम कर रहा था. एक घर से उड़ कर चिंगारी दूसरे घर पर जा रही थी. लोग आग की तपिश से बचने के लिए इधर उधर भाग रहे थे. आग की भयावता को देख आग पर काबू पाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे.
इसी बीच आग की सूचना फायर ब्रिगेड टीम को दी गई. लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचती तब तक आग और भयावह रूप धारण कर लिया था. जिसे बुझाने में दमकल कर्मियों के पसीने छूटने लगे. वहीं एक वाहन का एन वक्त पर डीजल ही समाप्त हो गया. जिस कारण एक दमकल की गाड़ी किसी काम का नहीं रहा. लोग अपने घर को जलते देख रोते बिलखते रहे. लोग चाह कर भी घर से कुछ नहीं निकाल सके. आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल सका है. बताया जा रहा है की मो सुलतान से पहली चिंगारी निकली थी.
जो पंचायत के वार्ड नंबर 06, 07, 08 एवं 09 में बसे घर करीब 200 से अधिक घरों को जला कर खाक कर दिया. इस घटना में करीब तीन से चार करोड़ की संपत्ति के नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है. सदर सीओ अलका कुमारी ने बताया कि आग पर काबू पाने में 09 दमकल की मदद ली गयी. मधेपुरा व सहरसा जिले से एक-एक व सुपौल के सात दमकल आग बुझाने में शामिल थे. इसके अलावे गांव के मोटर पंप की भी मदद आग बुझाने में ली गयी. जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक आग ने लगभग 200 घरों को अपनी चपेट में ले लिया. चारों ओर चीख-पुकार से पूरे गांव में अफरा तफरी का माहौल बना रहा. कुछ घरों के गैस सिलिंडर फटने के कारण लोग बच्चों को लेकर भागते नजर आ रहे थे.
माना जा रहा है कि किसी के घर में खाना बनते समय ही आंधी के कारण आग लगी इसके बाद आग फैलती चली गयी. घनी मुस्लिम आबादी वाले इस बस्ती में मंगलवार को किसी घर में चूल्हा पर महिला खाना बना रही थी. इसी दौरान अचानक आग लगी और कुछ ही देर में पूरी बस्ती को अपनी चपेट में ले लिया. जबतक लोग संभल पाते तब तक आग फैल गयी और सभी लोग अपने बच्चों को गोद में लेकर इधर-उधर भागने लगे. मो इरशाद ने बताया कि आग से पूरी बस्ती को भारी नुकसान हुआ है. सभी बेघर हुए हैं. लाखों रुपये की सामग्री गृहस्थी राख हुई और अब रहने का ठिकाना नहीं है. बताया कि कुछ गैस सिलिंडर फटने से आग ने तेजी पकड़ी. फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया.
सब कुछ जलकर हुआ स्वाहा
पीड़ितों ने बताया कि सब कुछ जल गया. रहने की तो बात ही दूर पेट कैसे भरेगा यह भी मुश्किल हो गया है. अनाज से लेकर घर में रखे सबकुछ जल गया. सिर्फ और सिर्फ बची तो राख. आग ने जिंदगी भर में कमाये गये सबकुछ को पलक झपकते ही राख में तब्दील कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही सीओ अलका कुमारी राजस्व विभाग की टीम के साथ स्थल पर पहुंच पीड़ित परिवारों की सूची अविलंब तैयार करने का निर्देश दिया. ताकि पीड़ित को सहायता राशि दिलवाने की कार्रवाई शुरू की जा सके.
शोर सुनकर घर से भागने लगे लोग
शोर सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हो गए. आग बुझाने के लिए पानी की बौछार की गई. बड़ी मशक्कत के बाद दमकल की गाड़ी व ग्रामीणों के अथक प्रयास के बाद लगभग तीन घंटे बाद आग को काबू कर लिया. हादसे में बाइक, पंखा, इनवर्टर, बैटरी, कूलर, चारपाई सहित सारा सामान जलकर खाक हो गया. आग के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
आग पर काबू पाने के लिए चापाकल का लिया सहारा
भीषण अगलगी पर काबू पाने के लिये लोग चापाकल का भी सहारा लेते दिखे. लोगों ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थी कि कुछ भी किसी को समझ में नहीं आ रहा था. वहीं दमकल की गाड़ी जब तक आती, तब तक लोग चापाकल के पास बाल्टी से पानी भर आग पर काबू पाने की कोशिश में लगे थे. एक सप्ताह के अंदर एक ही मुहल्ले में दूसरी बार अगलगी की बड़ी घटना के बाद लोग दहशत में नजर आये.
तकदीर को कोसते रहे पीड़ित
अल्लाउद्दीन, अकबर, अली अहमद, मजनूम, हनीफ, मजीद नदाफ, आजाद, सदरे, छेदी, समद आदि ने बताया कि सब कुछ बर्बाद हो गया. जिंदगी की कमाई मिनटों में ही राख हो गयी. मेहनत मजदूरी कर किसी तरह घर बनाया था. लेकिन व भी जल गया. पीड़ित मेहनत मजदूरी कर एक आशियाना बनाया था. लेकिन व भी राख में तब्दील हो गया. साजदा के आंखों से अविरल निकल रही आंसू उसके गम को दर्शा रहा था. चारों ओर चीख पुकार से मानों गांव में कोहराम मचा हुआ था. लोग अपने-अपने घर के सामान को घर से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर रख रहे थे. नदी में नाव के सहारे भी लोग अपने सामान ले जाते दिखे.
तीन किलो मीटर तक लगा रहा जाम
पूर्वी कोसी तटबंध 57.20 किमी से लेकर घूरन गांव तक जाम लगा हुआ था. ग्रामीण गांव छोड़ बांध पर भाग रहे थे तो शुभचिंतक घटना की सूचना पर गांव दौड़े भाग रहे थे. यही कारण था कि भारी वाहन खासकर दमकल की गाड़ी को भी स्थल तक ले जाने में चालक को भारी परेशानी हो रही थी. हालांकि ग्रामीणों के सहयोग से जाम हटाया गया.
सहरसा व मधेपुरा से भी मंगाया गया दमकल
घूरन गांव में आग की लपेट इतनी तेज थी कि कुल 09 दलकल गाड़ी को आग पर काबू पाने में करीब तीन घंटे का समय लग गया. आग पर काबू पाने के लिए सहरसा से एक, मधेपुरा से एक एवं जिले के कुल 07 दमकल गाड़ी को उक्त गांव भेजा गया. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका.गौरतलब है की बीते गुरुवार की दोपहर भी इसी पंचायत में आगजनी की घटना घटी थी. जिसमें वार्ड नंबर 10 और वार्ड नंबर 11 के करीब 100 से अधिक घर को जला कर राख कर दिया था. जिसमें करीब एक करोड़ की संपत्ति का नुकसान हो गया था. एक सप्ताह के भीतर गांव में दो-दो बड़ी आगजनी की घटना को लेकर लोग अपने किस्मत को कोस रहे हैं. मौके पर सदर थाना पुलिस पहुंच कर भीड़ को नियंत्रित करने में जुटी है. वहीं गांव में जनप्रतिनिधि, राजनीति दल के कार्यकर्ता व समाजसेवी के आने का सिलसिला शुरू हो गया है.
गुदरी हाट में लगी भीषण आग, अस्सी लाख की संपत्ति खाक
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत गुदरी हाट में सोमवार की देर रात भीषण आग लग जाने से करीब एक दर्जन से अधिक दुकान जलकर पूरी तरह से राख हो गया. घटना रात करीब एक बजे हुई. बताया जाता है कि सोमवार की देर रात अचानक एक दुकान में शॉर्ट सर्किट के कारण गुदरी हाट में आग लग गयी. आग की लपटे इतनी तेज थी कि जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और सबकुछ जलकर नष्ट हो गया. इस घटना में लाखों रुपये की संपत्ति के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
विलंब से पहुंची दमकल गाड़ी
सोमवार की देर रात्रि गुदरी हाट में आग लगने की सूचना जैसे ही आसपास के लोगों के बीच फैली कि लोग जैसे-तैसे आग बुझाने के लिए गुदरी हाट दौड़ पड़े. गुदरी हाट पहुंचते ही समय ना गंवाते हुए आसपास के लोगों ने बाल्टी में पानी भर-भर कर आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी. इस दौरान एक दुकान में रखा गैस सिलेंडर ब्लास्ट कर गया. जिससे आग की लपटे और तेज हो गयी. हालांकि इस दौरान आसपास के लोग आग पर काबू करने का भरपूर प्रयास करते दिखे. लेकिन आग इतनी भीषण थी कि सभी के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे थे. जिसके बाद घटना की सूचना अग्निशमन विभाग को दी गयी. लेकिन सूचना मिलने के करीब डेढ़ घंटा बाद अग्निशमन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया. करीब एक घंटे की मशक्कत की बाद स्थानीय लोगों और अग्निशमन विभाग की संयुक्त प्रयास से आग पर काबू पा लिया गया.
कपड़ों की दुकान को सबसे ज्यादा नुकसान
सोमवार रात हुई अगलगी की घटना में सबसे ज्यादा नुकसान कपड़ों की दुकान को हुआ. आग लगने से कपड़ा व्यवसायी चंदन कुमार के कपड़े की दुकान में रखा करीब नौ लाख रुपये का कपड़ा सहित अन्य सामान जलकर राख हो गया. इसी तरह सीमा कुमारी के कपड़े की दुकान में पांच लाख, डिंपल कुमार के कपड़ा दुकान में करीब बारह लाख, प्रमोद कुमार का करीब दो लाख, रघुनंदन कुमार के मोबाइल दुकान में छह लाख, सविता कुमारी के कपड़े के दुकान में चार लाख, चंदन कुमार के कपड़े की दुकान में छह लाख, मनोज गुप्ता के कपड़े की दुकान में साढ़े पांच लाख का सामान एवं 65 हजार नगद, राजीव केसरी के कपड़े की दुकान में करीब दस लाख रुपए की कपड़े व अन्य सामान पूरी तरह से जलकर राख हो गया. पीड़ित दुकानदारों ने बताया कि चूंकि लग्न का मौसम था. इसलिए दुकानों में शादी ब्याह से जुड़े कपड़ों का स्टॉक ज्यादा था. जो आग लगने के बाद पूरी तरह जलकर राख हो गया. इस अगलगी कांड में दो फ्रीजर और एक मोटरसाइकिल भी जल गया.
भीषण आग लगने से एक दर्जन से अधिक दुकान जलकर खाक
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत गुदरी हाट में सोमवार की देर रात करीब एक बजे अचानक भीषण आग लग जाने से एक दर्जन से अधिक दुकान जलकर पूरी तरह से राख हो गये. सोमवार रात जैसे ही आग लगने की जानकारी लोगों को हुई, लोग दौड़े-दौड़े गुदरी हाट पहुंचने लगे. घटना की सूचना पर बीजेपी नेता रितेश रंजन भी रात में ही गुदरी हाट पहुंचे और अग्निशमन विभाग को दूरभाष पर घटना की सूचना दी. हालांकि अग्निश्मन विभाग की गाड़ी काफ़ी विलंब से गुदरी हाट पहुंची. जिससे लोगों में रोष देखा गया. रितेश रंजन ने बताया कि यदि घटना कि सूचना पर दमकल गाड़ी तुरंत पहुंच जाती तो नुकसान कम होता. उन्होंने स्थानीय लोगों और युवाओं द्वारा आग बुझाने के प्रयास की सराहना की. इधर घटना की सूचना पर बख्तियारपुर थानाध्याक्ष सुबोध कुमार और 112 पुलिस की टीम भी देर रात्रि ही घटनास्थल पर पहुंच गयी और भीड़ को नियंत्रित करने के साथ आग पर काबू पाने मे पूरा सहयोग किया.