मेरठ: यूपी एसटीएफ ने सिपाही भर्ती परीक्षा (UP Police Bharti) में दूसरी पाली का पेपर लीक कराने वाले 6 आरोपियों को मेरठ से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम दीप, बिट्टू, प्रवीण, रोहित, नवीन कुमार, साहिल है. ये एक अभ्यर्थी से पेपर उपलब्ध कराने के लिए 8 से 10 लाख रुपये लेते थे. एक अन्य आरोपी प्रमोद पाठक को गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किया गया है. यूपी एसटीएफ के अनुसार 18 फरवरी को आयोजित परीक्षा का दूसरी पाली का प्रश्न पत्र एक दिन पहले साहिल के मोबाइल फोन पर वाट्स एप से आया था. इसके बाद प्रश्न पत्र व उत्तर कुंजी नवीन पुत्र सलेखचंद को भेजा गया था. नवीन इसे बिट्टू और बिट्टू ने प्रवीण, फिर प्रवीण ने इसे डब्बू को भेजा था.
हरियाणा के व्यक्ति से मिला पेपर और आंसर सीट
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की दूसरी पाली का प्रश्न पत्र उसे हरियाणा को रहने वाले किसी व्यक्ति ने प्रवेश प्रधान, गुलजार, आसिफ और गौरव को उपलब्ध कराया था. ये सभी मेरठ के रहने वाले हैं. प्रवेश प्रधान, गुलजार, आसिफ और गौरव ने प्रश्न पत्र व कुंजी रोहित को दी थी. रोहित ने इसे दीपू तक पहुंचाया था. पूछताछ में पता चला है कि दीपू, बिट्टू सिंह, प्रवेश प्रधान, आसिफ, मोनू व गुलजार भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक कराने ठेका लेते हैं. दीपू व उसके साथियों को भर्ती परीक्षाओं के पेपर व उत्तर कुंजी हरियाणा के रहने वाला व्यक्ति उपलब्ध कराता है. सभी आरोपियों के खिलाफ मेरठ में सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम व अन्य उचित धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है. यूपी एसटीएफ के अनुसार सभी आरोपी पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त होने के बाद एक कमरे में पेपर आउट के खर्च को लेकर बातचीत कर रहे थे. तभी उन्हें गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के पास से पेपर और उत्तर कुंजी भी बरामद हुई है.
मुखर्जी नगर से युवक गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ की नोएडा इकाई ने पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर आउट कराने वाले प्रमोद पाठक को मुखर्जी नगर से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पूछताछ के बाद उसके अरुण विहार सेक्टर 37 गौतमबुद्ध नगर स्थित मकान की तलाशी ली गई. जिसमें एक फर्जी व एक असली आधार कार्ड, एयर फोर्स का एक आईडी कार्ड, हरियाणा एसएससी व यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के 26 एडमिट कार्ड, 38 ब्लैंक चेक और विभिन्न बैंकों की चार चेक बुक, यूपी पुलिस भर्ती से संबंधित 14 कागजात व दो डायरी बरामद की है. प्रमोद पाठक ने जामिया मिलिया इस्लामिया कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है. वह 2009 में एयरफोर्स में एयरमैन के पद पर भर्ती हुआ था. 2022 तक एयरफोर्स के विभिन्न मुख्यालयों पर तैनात रहा. 2017 में उसने अलीगढ़ में आर्मी में भर्ती के लिए पीडीएम फिजिकल ट्रेनिंग सेंटर खोला था.
पुराने साथी के साथ मिलकर बनाया गैंग
इसी दौरान प्रमोद पाठक के पाया मोनू पंडित नाम का युवक आया, पहले उसके साथ इंटर तक पढ़ चुका है. मोनू 2010 से प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करके भर्ती कराने का काम करता था. प्रमोद पाठक व मोनू ने मिलकर वायु सेना, नेवी, कोस्ट गार्ड, दिल्ली पुलिस, एसएससी जीडी व यूपी की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कराने का गैंग चलाने लगे. जब वायु सेना के अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो 2022 को प्रमोद पाठक को एयर फोर्स से बर्खास्त कर दिया गया. एसटीएफ इस मामले में पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर अन्य लोगों की तलाश कर रही है.
इसी गैंग के तीन सदस्य भी गिरफ्त में
गौरतलब है कि यूपी एसटीएफ ने 16 फरवरी को सरकारी भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने वाले मोनू गुर्जर, रजनीश रंजन को गिरफ्तार किया था. 20 फरवरी को झांसी से अमिताभ रावत को को गिरफ्तार किया था. इन तीनों से पूछताछ में ही पता चला था कि एक अन्य प्रमोद पाठक नाम का युवक भी इस गैंग के साथ मिलकर पेपर लीक कराता है. इसक बाद मुखर्जी नगर से प्रमोद को भी पकड़ लिया गया.