UP Crime: हमीरपुर में गैंगरेप पीड़िता के पिता ने फांसी लगाकर जान दे दी. पुत्र का आरोप है कि आरोपी पिता पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे. सिसोलर थाना क्षेत्र में ईंट भट्टे पर काम करने वाले दो चचेरी बहनों के शव 27 फरवरी को फंदे पर लटके मिले थे. बाद में पता चला था कि उनके साथ गैंगरेप हुआ है. यही नहीं उनके साथ दरिंदगी के वीडियो भी वायरल किए गए थे.
ठेकेदार और उसके बेटे पर है आरोप
बताया जा रहा है कि घाटमपुर भट्टे में मजदूर सप्लाई करने वाले ठेकेदार राम प्रकाश सहित तीन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. एफआईआर के बाद से ही पीड़ित पक्ष पर मुकदमा वापस लेने का दबाव था. इसी से परेशान होकर एक किशोरी के पिता ने गांव से कुछ दूरी पर फांसी लगाकर जान दे दी. अभी इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. सिसोलर थानाध्यक्ष के अनुसार शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
प्रियंका गांधी ने कहा क्या करें महिलाएं
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस मामले में सरकार की जमकर खिंचाई की थी. उन्होंने एक्स पर लिखा है कि ‘कानपुर में गैंगरेप से पीड़ित दो नाबालिग बच्चियों ने आत्महत्या कर ली. अब उन बच्चियों के पिता ने भी आत्महत्या कर ली है. आरोप है कि पीड़ित परिवार पर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा था. उत्तर प्रदेश में पीड़ित बच्चियां-महिलाएं अगर न्याय मांगती हैं तो उनके परिवारों को बर्बाद कर देना नियम बन चुका है. उन्नाव, हाथरस से लेकर कानपुर तक जहां भी महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ. उनके परिवार बर्बाद कर दिए गए. इस जंगलराज में महिला होना भर अपराध हो गया है, जहां कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है. आखिर प्रदेश की करोड़ों महिलाएं क्या करें, कहां जाएं? उधर देर शाम एसपी दीक्षा शर्मा ने सिसोलर थाना प्रभारी संजय सिंह को हटा दिया है.
वीडियो भी बनाया गया
सूत्रों के अनुसार ईंट भट्टे पर लेबर ठेकेदार राम स्वरूप उसके बेटे रज्जू और भांजे संजू ने 27 फरवरी को नाबालिग बहनों को नशा पिलाने के बाद दुष्कर्म किया और वीडियो भी बना लिया. इसी के बाद परेशान किशोरियों ने भट्टे के पास ही एक पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी थी. घटना लगभग सात दिन बाद 6 मार्च को एक किशोरी के पिता ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. गुरुवार को मृतक के बेटे ने ठेकेदार राम स्वरूप, उसकी पत्नी निर्मला व बेटी के खिलाफ आत्महत्या के प्रेरित करने व धमकाने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि निर्मला पीड़िता के घर पहुंची थी और मुकदमा वापस लेने की धमकी दी थी. इसी से परेशान होकर मृतक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.