Skydiving: स्काई डाइविंग! एक ऐसा एक्सपीरियंस जिसे हर युवा महसूस करना चाहता है. अक्सर इसे हमनें मूवीज में देखा है. यह एक ऐसा एक्सपीरियंस है जो आपको रोमांच से भर देता है. स्काई डाइविंग को पैराशूटिंग के नाम से भी जाना जाता है. अगर आपको अपने लाइफ में कुछ रोमांचक करने की चाह है तो ऐसे में स्काई डाइविंग ट्राई कर सकते हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में आपको स्काई डाइविंग से जुड़ी कुछ बातें बताने वाले हैं. आज हम आपको यह भी बताएंगे कि क्या आप भारत में स्काई डाइविंग का अनुभव ले सकते हैं. तो चलिए डीटेल से जानते हैं.
क्या है स्काई डाइविंग?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आखिर स्काई डाइविंग होता क्या है तो बता दें यह पैराशूटिंग का ही एक नया तरीका है और इस समय काफी ज्यादा प्रचलन में भी है. आप ने अक्सर इस स्पोर्ट्स को मूवीज और टेलीविज़न पर ही देखा होगा. स्काई डाइविंग के आपको एक उड़ते हुए हैलीकॉप्टर से पैराशूट की मदद से जंप करना होता है. इसके बाद जब आप जमीन से कुछ ऊंचाई पर रहते हैं तो पैराशूट को खोल लेना होता है. इसके बाद आप धीरे-धीरे सुरक्षा पूर्वक जमीन पर लैंड कर जाते हैं.
भारत में कहां कर सकते हैं स्काई डाइविंग?
भारत में इन जगहों पर कर सकते हैं स्काई डाइविंग:
धाना मध्य प्रदेश
आमबी घाटी महाराष्ट्र
डीसा गुजरात
पॉन्डिचेरी तमिलनाडु
मैसूर कर्नाटक
हैदराबाद तेलंगाना
अलीगढ़ उत्तर प्रदेश
स्काई डाइविंग में कितना समय लगता है?
औसतन, स्काई डाइविंग में आपके फ्लाइट से कूदने से लेकर उतरने तक लगभग 5-7 मिनट का समय लगता है. हवाई जहाज को सूटेबल ड्रॉप जोन तक पहुंचने में अतिरिक्त 20 मिनट का समय लगता है
क्या स्काई डाइविंग के दौरान ले सकते हैं सांस?
कई लोगों का कहना है कि आप स्काई डाइविंग के दौरान सांस नहीं ले सकते हैं. लेकिन, स्काइडाइविंग करते समय आप सामान्य रूप से सांस ले सकते हैं. यहां तक कि फ्री फॉल के दौरान भी, जब आप 160 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से गिर रहे हों.
क्या स्काई डाइविंग खतरनाक है?
आंकड़ों की मानें तो, हर साल एस्टिमेटेड 3 मिलियन जम्प्स में से, फैटलिटी काउंट सिर्फ 13 है. स्काइडाइव से मरने की यह 0.0004 प्रतिशत संभावना है.
क्या स्काई डाइविंग से पहले पी सकते हैं शराब?
नहीं, स्काई डाइव पर जाने से कम से कम 24 घंटे पहले आपके शरीर में कोई शराब या नशीले ड्रग्स नहीं होने चाहिए.