Credit Card: भारत में बैंकिग सुविधाओं का हाल के दिनों में काफी विकास हुआ है. इसके कारण डिजिटल और कार्ड पेमेंट की सुविधा काफी बढ़ी है. लोग डेबिट कार्ड के साथ, क्रेडिट कार्ड से भी पेमेंट करने में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. क्रेडिट कार्ड हमारे पैसों की तुरंत जरुरत को पूरा करने में काफी मददगार साबित होते हैं. हालांकि, इसका इस्तेमाल काफी जिम्मेदारी से करना चाहिए. इससे जुड़े हर नियम के बारे में आपके पास जानकारी होनी चाहिए जिससे भविष्य में होने वाली किसी भी परेशानी से आप आसानी से बच सकें. ऐसे में ग्राहकों की मदद के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा कुछ जानकारियां साझा की गयी है. आइये इनके बारे में जानते हैं.
कब शेयर करें कार्ड की डिटेल
कोई भी बैंक कभी भी आपसे आपके क्रेडिट कार्ड का नंबर, सीवीसी नंबर या ओटीपी नहीं पूछती है. किसी भी समस्या के लिए हमेशा आधिकारिक हेल्पलाइन नंबर की मदद लें या बैंक की शाखा में सीधे जाएं.
बिना सहमति के कार्ड जारी होने पर क्या करें?
कुछ मामले सामने आए हैं जिनमें ग्राहक की सहमति के बिना ही कार्ड जारी कर दिया गया है. ऐसे में वित्तिय संस्थानों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बिना ग्राहक के सहमति के कार्ड जारी न करें. लेकिन आपके साथ ऐसा हुआ है तो परेशान न हो, सीधे बैंक या आरबीआई लोकपाल के सामने कंप्लेन करें.
ओवरलिमिट से क्यों बचना चाहिए?
बैंक या वित्तिय संस्थानों के द्वारा दिये गए क्रेडिट कार्ड के ओवरलिमिट इस्तेमाल के लिए आपको फीस देनी पड़ती है. ऐसे में इसे ग्राहकों को बचना चाहिए. वहीं, RBI के द्वारा दी गयी गाइडलाइन के अनुसार, कोई भी बैंक बिना ग्राहक के स्पष्ट सहमति के ओवरलिमिट के इस्तेमाल की इजाजत नहीं देती है. इससे धोखाधड़ी से भी बचने में मदद मिलती है.
बकाया राशि का समय पर भुगतान क्यों करें?
यदि आप अपना क्रेडिट स्कोर अच्छा रखना चाहते हैं तो ज़रूरी है कि हर महीने बकाया राशि का समय से भुगतान करे अन्यथा निर्धारित तारीख के बाद पेनाल्टी देना पड़ सकता है जिसका सीधा असर सिबिल स्कोर पर पड़ सकता है.
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