पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो चार दिनों में बिहार कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं. लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा. सीएम नीतीश कुमार सोमवार की शाम तक विदेश यात्रा से वापस पटना लौट रहे हैं. आज ही विधान परिषद के नामांकन का आखिरी दिन है. ऐसे में 14 मार्च की शाम या 15 मार्च को मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, सरकार की ओर सेअभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन भाजपा के आला नेता दिल्ली जाने की तैयारी में जुट गये हैं. दिल्ली में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक होगी.
दिल्ली में होगा भाजपा कोटे के मंत्रियों के नाम पर विचार
जानकारी के अनुसार जेडीयू और बीजेपी कोटे से नए मंत्री बनाए जा सकते हैं. नीतीश के विदेश दौरे से लौटने के बाद एनडीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला भी फाइनल किया जाएगा. इसी के मद्देनजर अगले दो दिनों में भाजपा के आला नेता पटना से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ बिहार कोर कमिटी की बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार और सीटों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा होगी. किसे मंत्री बनाया जाएगा और कौन सा विभाग किसे मिलेगा, इसपर भी अंतिम फैसला दिल्ली में ही होगा. बताया जा रहा है कि बीजेपी बिहार में अपने उम्मीदवारों के नाम पर भी इस बैठक में चर्चा करेगी.
9 विधायकों ने ली थी मंत्री पद की शपथ
अभी राज्य कैबिनेट मेंमुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत 9 ही मंत्री हैं. कैबिनेट की क्षमता 36 की है. ऐसे में अधिकतम 27 मंत्री और बनाए जा सकते हैं. बीते 28 जनवरी को राज्य में एनडीए की सरकार का फिर से गठन हुआ था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा ने शपथ ली थी. इसके अलावा 6 अन्य नेताओं को भी मंत्री बनाया गया. राज्य कैबिनेट में सीएम नीतीश के अलावा जेडीयू एवं बीजेपी से 3-3, हम सेएक और एक निर्दलीय विधायक मंत्री हैं. इन सभी मंत्रियों को फरवरी महीने में विभागों का बंटवारा किया गया था. दोनों डिप्टी सीएम सम्राट और विजय सिन्हा को 9-9 विभागों की जिम्मेदारी दी गई. अन्य मंत्रियों के पास भी दो से पांच विभाग दिए गए. बताया जा रहा है कि सभी मंत्रियों के पास अधिक विभाग होने के चलते काम का लोड बहुत ज्यादा है.
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हम से दो मंत्री बनाने की मांग
इधर, एनडीए सरकार में शामिल पूर्व सीएम जीतनराम मांझी की पार्टी हम लगातार अपने कोटे से दो मंत्री बनाने की मांग कर रही है. मांझी के बेटे संतोष सुमन अभी नीतीश कैबिनेट में मंत्री हैं. मांझी ने पूर्व में कहा था कि उनकी पार्टी को महागठबंधन से मुख्यमंत्री पद का ऑफर था, मगर वे एनडीए छोड़कर नहीं गए. ऐसे में उन्हें कम से कम दो मंत्री जरूर मिलने चाहिए.